Hindi, asked by neel310190056, 9 months ago

1. स्वतंत्रता आंदोलन में निम्नलखित महिलाओं ने जो योगदान दिया, उसके बारे में संक्षिप्त जानकारी प्राप्त करके ए-4 साइज शीट पर रचनात्मक प्रस्तुतिकरण कीजिए -
• (क) सरोजिनी नायडू
• (ख) अरुणा आसफ अली
• (ग) कस्तूरबा गाँधी

2. ‘कोरोना महामारी’ विषय को केन्द्रित करते हुए अपने विचारों को (100-120)शब्दों में लघु कथा के रूप में ए -4 साइज शीट पर रचनात्मक प्रस्तुति कीजिए|

Answers

Answered by Anaya1234567890
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  • सरोजिनी नायडू: भारत कोकिला सरोजिनी नायडू सिर्फ स्‍वतंत्रता संग्राम सेनानी ही नहीं, बल्कि बहुत अच्‍छी कवियत्री भी थीं। गोपाल कृष्‍ण ND NDगोखले से एक ऐतिहासिक मुलाकात ने उनके जीवन की दिशा बदल दी। दक्षिण अफ्रीका से हिंदुस्‍तान आने के बाद गाँधीजी पर भी शुरू-शुरू में गोखले का बहुत गहरा प्रभाव पड़ा था। सरोजिनी नायडू ने खिलाफत आंदोलन की बागडोर सँभाली ।
  • अरुणा आसफ अली : आज़ादी के लिए भारतीय स्वतंत्रता सेनानी लगातार ब्रिटिशों के खिलाफ विद्रोह कर रहे थे. ... इसी बीच महात्मा गाँधी ने नमक सत्याग्रह के बाद 1942 में 'भारत छोड़ो आंदोलन' शुरू कर दिया. महात्मा गाँधी के इस आंदोलन में अरुणा आसफ अली ने महतवपूर्ण भूमिका निभाई. इन्होंने इस आंदोलन में एक सक्रिय सेनानी का रोल अदा किया था.
Answered by rashidkhna73
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Explanation:

कोरोना वायरस (सीओवी) का संबंध वायरस के ऐसे परिवार से है जिसके संक्रमण से जुकाम से लेकर सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्या हो सकती है। इस वायरस को पहले कभी नहीं देखा गया है। इस वायरस का संक्रमण दिसंबर में चीन के वुहान में शुरू हुआ था। डब्लूएचओ के मुताबिक बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ इसके लक्षण हैं। अब तक इस वायरस को फैलने से रोकने वाला कोई टीका नहीं बना है।

इसके संक्रमण के फलस्वरूप बुखार, जुकाम, सांस लेने में तकलीफ, नाक बहना और गले में खराश जैसी समस्याएं उत्पन्न होती हैं। यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है। इसलिए इसे लेकर बहुत सावधानी बरती जा रही है। यह वायरस दिसंबर में सबसे पहले चीन में पकड़ में आया था। इसके दूसरे देशों में पहुंच जाने की आशंका जताई जा रही है।

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