1. समाज में घर-घर में बूढ़ी काकियाँ हैं। आप ऐसे परिजनों को क्या सलाह देना चाहेंगे जो अपनी बूढ़ी काकियों से दुर्व्यवहार करते हैं?
PLEASE GIVE ME THE ANSWER FAST...
URGENT....
AND NOT SAY SEARCH IN GOOGLE PLEASE.....................
Answers
Answered by
1
Explanation:
देखो बच्चों तितलियाँ आई
संग वो अपने खुशबू लाई
कितना सुंदर रूप है इनका
प्रेम फूलों के संग है इनका
कलियों जैसी है ये कोमल
भवरो जैसी तेज है उड़ती
चिडियाँ भी है इतनी ही सुंदर
ये भी करती फूलों से प्यार
कभी ना मानती है ये हार
बच्चों इनको टाटा बोलो
कल फिर आये ये भी बोलो ।
sorry for the delay but poem banane mai time to lagta h last wali 2 lines on the spot type karte karte banai and yes sorry for answering in the wrong place .
Answered by
1
Answer:
ऐसे परिजनो को ऐसा नहीं करना चाहिए| जो कार्य का वे साथ करते हैं यही कारण उनके संतानें भी उनके साथ कर सकती हैं और उन्हें यह कोई अधिकार नहीं रहेगा कि वह इसका कारण पूछ सकें|
hope it helps you
Similar questions