1. श्रुतिसमभिन्नार्थक शब्द किसे कहते हैं? उदाहरण सहित बताएँ।
2. निम्नलिखित श्रुतिसमभिन्नार्थक शब्दों का वाक्यों में इस प्रकार प्रयोग करें कि उनका अर्थ स्पष्ट हो
जाएँ-
(क) अभिराम (सुंदर) - क-राम के नेता आमशन है।
अविराम (लगातार) – सपण अविशम चलता है।
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Answer:
jab do Shabd ki Vani ek Jaisi ho aur unka Arth alag alag Ho use shrutisam bhinnarthak Shabd kahate Hain abhiram Sundar ka matlab hota hai tajmahal abhiram Hain aur aur viram ka matlab hota hai ki Kisan abhiram khet mein kam karte Hain
Explanation:
श्रुतिसमभिन्नार्थक शब्द
( shrutisamabhinnaarthak shabd)-Synonyms
ये शब्द चार शब्दों से मिलकर बना है ,श्रुति+सम +भिन्न +अर्थ , इसका अर्थ है . सुनने में समान लगने वाले किन्तु भिन्न अर्थ वाले दो शब्द अर्थात वे शब्द जो सुनने और उच्चारण करने में समान प्रतीत हों, किन्तु उनके अर्थ भिन्न -भिन्न हों , वे श्रुतिसमभिन्नार्थक शब्द कहलाते हैं .
ऐसे शब्द सुनने या उच्चारण करने में समान भले प्रतीत हों ,किन्तु समान होते नहीं हैं , इसलिए उनके अर्थ में भी परस्पर भिन्नता होती है ; जैसे – अवलम्ब और अविलम्ब . दोनों शब्द सुनने में समान लग रहे हैं , किन्तु वास्तव में समान हैं नहीं ,अत: दोनों शब्दों के अर्थ भी पर्याप्त भिन्न हैं , ‘अवलम्ब ‘ का अर्थ है – सहारा , जबकि अविलम्ब का अर्थ है – बिना विलम्ब के अर्थात शीघ्र .
ये शब्द निम्न इस प्रकार से है –
अंस – अंश = कंधा – हिस्सा
अंत – अत्य = समाप्त – नीच
अन्न -अन्य = अनाज -दूसरा
अभिराम -अविराम = सुंदर -लगातार
अम्बुज – अम्बुधि = कमल -सागर
अनिल – अनल = हवा -आग
अश्व – अश्म = घोड़ा -पत्थर
अनिष्ट – अनिष्ठ = हानि – श्रद्धाहीन
अचर – अनुचर = न चलने वाला – नौकर
अमित – अमीत = बहुत – शत्रु
अभय – उभय = निर्भय – दोनों
अस्त – अस्त्र = आँसू – हथियार
असित – अशित = काला – भोथरा
अर्घ – अर्घ्य = मूल्य – पूजा सामग्री
अली – अलि = सखी – भौंरा
अवधि – अवधी = समय – अवध की भाषा
आरति – आरती = दुःख – धूप-दीप
आहूत – आहुति = निमंत्रित – होम
आसन – आसन्न = बैठने की वस्तु – निकट
आवास – आभास = मकान – झलक
आभरण – आमरण = आभूषण – मरण तक
आर्त्त – आर्द्र = दुखी – गीला
ऋत – ऋतु = सत्य – मौसम
कुल – कूल = वंश – किनारा