1 दुकानदार ने अपनी खीझ किन पर निकाली और क्यों?
2. तन्मय ने गरीब बच्चों का पक्ष क्यों लिया होगा? इससे उसके चरित्र की किस विशेषता का पता चलता है?
3. दीवाली के त्योहार पर बाज़ार का दृश्य कैसा होता है?
4. हमें दीवाली का त्योहार कैसे मनाना चाहिए?
Answers
१. दुकानदार ने अपनी खीझ उं गरीब बच्चों पर निकली क्योंकि वह सोच्रहा था वे उसकी दुकान से पटाखे चुरा रहे थे ।
२. तन्मय ने उनका पक्ष इसलिए लिया होगा क्योंकि उस पता था कि वह दुकानदार झूट बोल रहा था और वे बच्चे सचे थे । इससे उसके चरित्र की सच्चाई का पता चलता है।
३ दीवाली के त्योहार पर बाज़ार का दृश्य बहुत गहमागहमी वाला होता है । बाज़ार में पटाखों के दुकान भी लगते हैं।
४ हमें दीवाली को बिना पटाखे फोड़े मनाना चाहिए क्योंकि पटाखों से निकलने वाली धुआं हानिकारक होती है और पर्यावरण को भी प्रदूषित करती है जिससे कई लोग बीमार हो जाते हैं।
Answer:
1)dukandar ne apni khij un garib bacho par nikali jo bas vindo shoping ka aanad lena chahte the. Usne esa isleya kiya kyoki vah garib the aur mehla kuchla kapdo me dukandar se bar bar patako ke dam puch kar, dukandar ko preshan kar rhe tha.