Hindi, asked by sharpshooter34, 3 months ago

1. उन पक्षियों के बारे में पता करके एक रिपोर्ट तैयार कीजिए जिनकी संख्या कम होती जा रही है, इसके
क्या कारण हैं और हम इनका संरक्षण किस प्रकार कर सकते हैं?​

Answers

Answered by jagdishsingh11974
78

Answer:

here is your answer

जयपुर:

जंगल कम क्या हुए इंसान ही नहीं पक्षी भी सिमटने लगे। आधुनिकता की चकाचौंध में हम बंद कमरों में सिमट कर रह गए। लेकिन पेड़ पौधों के संरक्षण को भूल गए। हरियाली मनुष्य ही नहीं बल्कि पशु पक्षियों को भी जीने की राह सिखाती है। लेकिन बढ़ती आबादी और शहरीकरण के विस्तार से पेड़ों की संख्या लगातार कम हो रही है। इससे गौरेया व तोता जैसे पक्षियों के जीवन पर संकट मंडराने लगा है।

पर्यावरण प्रदूषण बना बड़ा कारण

सुबह कभी पक्षियों की चहचाहट से होती थी। लेकिन अब धीरे-धीरे गौरेया जैसी प्रजाती लुप्त होने की कगार पर है। इसका बड़ा कारण ये है कि अब न पेड़ बचे हैं और न ही उनका कीटों से होने वाला भोजन। दुषित होती वातावरण की आबोहवा, प्रदुषित भोजन व गायब होते कीटों से पक्षियों पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। पक्षियों की कमी तो सबने महसूस की होगी, लेकिन उनको बचाने बहुत कम लोग ही आगे आए हैं।

पक्षी प्रेमियों में रोष

पक्षी प्रेमियों का कहना है कि घटते जंगलों से पक्षियों का जीवन अस्त-व्यस्त होने लगा है। इससे उनकी संख्या में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है। पेड़ों की घटती संख्या से पक्षियों को घरोंदे बनाने के लिए जगह तक नसीब नहीं हो पा रही है। इसके चलते पक्षी अपने घोंसले कहीं बिजली के खंबो पर उलझे तारों में बना रहे हैं, तो कहीं रोड़ लाइटों पर।

ये करें उपाय-:

घड़ों पर छोटे-छोटे छेद कर घरोंदे बनाए।

पेड़ों पर परिधों के लिए परिंड़े बांधे।

परिड़ों को रोजाना साफ कर पानी भरें।

पक्षियों के लिए रोजाना चुगा ड़ाले।

hope it's help you a lot

mark my answer as brainlist

Answered by rajivkrish2007
21

Hey dude, here your answer write on your copy puzzle mark me brailist thnxx for see

Attachments:
Similar questions