Hindi, asked by Anonymous, 7 months ago

1. उपकारी नहीं चाहते , पाना प्रत्युपकार।
बादल को बदला भला क्या देता संसार।।​

Answers

Answered by himani1223
2

अध्याय लोकोपकारिता उपकारी नहिं चाहते, पाना प्रत्युपकार । बादल को बदला भला, क्या देता संसार ॥ बहू प्रयत्न से जो जुड़ा, योग्य व्यक्ति के पास लोगों के उपकार हित, है वह सब धन-रास ॥ ... सामाजिक कर्तव्य का, जिन सज्जन को ज्ञान |उपकृति से नहिं चूकते, दारिदवश भी जान | उपकारी को है नहीं, दरिद्रता की सोच ।'

Answered by maheshsingha553
0

Answer:

बादल को बदला भला, क्या देता संसार ।। १।। दान-पुण्य-तप-कर्म भी करते हैं जो लोग।

Similar questions