1. उदाहरणसहित विभिन्न आकार के बैक्टीरिया का वर्णन करें।
Answers
Answer:
जीवाणु या बैक्टीरिया (Bacteria) जीवित पदार्थ हैं। ये बहुत ही छोटे होते हैं। इनकी छोटाई का अनुमान इससे लगाया जा सकता है कि अनुस्वार चिह्न की एक बिंदी में औसत आकार के लगभग 2,50,000 जीवाणु रह सकते हैं। इनकी चौड़ाई 0.5 से 2.0 माइक्रो और लंबाई 1.0 से 8.0 माइक्रा होती है। इस छोटाई के कारण ही उन्हें सूक्ष्म जीव या जीवाणु कहते हैं। कुछ जीवाणु इतने छोटे होते हैं कि उच्चतम आवर्धन के प्रबलतक सूक्ष्मदर्शी से भी ये देखे नहीं जा सकते हैं। इनकी उपस्थिति इनसे उत्पन्न परिणामों से ही जानी जाती है।
जीवाणु सब एककोशिक होते हैं; ये जीवद्रव्य (Protoplasm) से बने होते हैं। इस कारण इनकी गणना एक समय जंतुओं में होती थी, पर पीछे मालूम हुआ कि ये वास्तव में वनस्पति जगत् के सदस्य हैं; किंतु ये अन्य वनस्पतियों से इस बात में भिन्न हैं कि इनमें हरित वर्णक नहीं होता। इस संबंध में ये कवक से समानता रखते हैं।
जीवाणु बड़ी शीघ्रता से बढ़ते हैं। इनमें लिंग जनन का सर्वथा अभाव है। जीवाणुओं के आकार प्रधानता चार प्रकार के होते हैं। कुछ गोल होते हैं, जिन्हें 'कोकस' (Coccus) कहते हैं। कुछ दंड या बेलन के आकार के होते हैं, जिन्हें दंडाणु (Bacillus) कहते हैं और कुछदृढ़ सर्पिल आकार के होते हैं, जिन्हें स्पाइरिलम (Spirillum) कहते हैं। साधारणतया 50 से 60 सें0 तक गरम करने से ये शीघ्र नष्ट हो जाते हैं परंतु इनके कुछ बीजाणुओं (spores) को नष्ट करने के लिये अधिक समय तक और 120 से 150 सेंo तक दबाव वाष्प में गरम करने की आवश्यकता पड़ती है।
Explanation:
hope this helps you....
give thanks= take
follow me
Answer: