1. व्यक्ति की पोशाक महत्वपूर्ण है या उसकी उपलब्धि' विषय के पक्ष और विपक्ष में
अपने विचार लिखिए। (लगभग 150 शब्द)
या
लड़कियों के प्रति भेदभाव हमारे देश और समाज की उन्नति में बाधक विषय केपक्ष और विपक्ष में अपने विचार लिखिए। (लगभग 150 शब्द)
2. पशु-पक्षियों पर 5 कविताओं का संकलन कीजिए।
3. दक्षिण भारत की संस्कृति, खान-पान, वेश-भूषा एवं प्रमुख त्योहारों पर एक
परियोजना तैयार कीजिए।
4. “स्मार्ट फोन का छात्रों पर बढ़ता प्रभाव” पर एक आलेख लिखिए। (लगभग 150शब्द)
या
प्रकृति से छेड़छाड़ भविष्य करे बर्बाद' विषय पर एक आलेख लिखिए। (लगभग150 शब्द)
5. आपके मित्र की बड़ी बहन का विवाह है, जिसमें आने का आपको निमंत्रण मिला है।
मित्र को बधाई देते हुए आश्वस्त कीजिए कि आप विवाह के अवसर पर पहुँचेंगे।
| या
जल संकट से उत्पन्न कठिनाइयों का वर्णन करते हुए जल बोर्ड के निर्देशक को
पत्र लिखिए।
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Answer:
1) व्यक्ति के पद की पहचान उसकी पोशाक से हो सकती है परन्तु उसकी असली पहचान उसकी योग्यता से ही होती है। एक व्यक्ति का निर्माण उसके स्वभाव, उसके द्वारा किए गए कार्यों से होता है। जैसे बदमाश नेता के कपड़े धारण कर ले परन्तु लोग उसे बदमाश ही मानेंगे, जब तक की उसके कार्य अच्छे नहीं होगें। वैसे तो आज नेता भी आदरणीय नहीं रहे हैं। परन्तु यहाँ यह बात उदाहरण देने के लिए कही गई है। पोशाक उसको पलभर का सम्मान तो दिला सकती है परन्तु जीवनभर का आदर व सम्मान पाने के लिए उसे सद्कर्म करने पड़ेगें। इस आधार पर हम कह सकते हैं कि व्यक्ति की पहचान पोशाक से नहीं हो सकती है । वह व्यक्ति को आर्कषक, सुंदर तो दिखा सकती है परन्तु उसके गुणों का बखान नहीं कर सकती। पोशाक उसके व्यवसाय का परिचय अवश्य दे सकती है परन्तु उसकी पहचान नहीं दे सकती है।
4) सेलफोन आज के युग की एक प्रमुख आवश्यकता है। दूरसंचार का प्रमुख साधन होने के कारण यह इतना लोकप्रिय हो गया है कि विद्यार्थी वर्ग भी इसके आकर्षण से दूर नहीं रह पाया है। आज सेलफोन दूरसंचार का साधन कम और मनोरंजन का साधन अधिक हो गया है। इसका प्रयोग विद्यार्थी द्वारा ज्ञान प्राप्ति या सन्देश देने के लिए नहीं बल्कि संगीत सुनने के लिए, विडियो देखने और गेम खेलने के लिए अधिक किया जा रहा है। सेलफोन कान में लगाकर गाने सुनते हुए पढ़ना और वाहन चलाना आज के विद्यार्थी का शौक है।
सेलफोन के कारण विद्यार्थी वर्ग में फ़िज़ूलखर्च करने की आदत भी बढ़ गई है। इस अतिरिक्त खर्च का बोझ माता-पिता के ऊपर पड़ता है या विद्यार्थी अपने खर्च को पूरा करने के लिए गलत तरीके अपनाने लगता है। सेलफोन के दुरुपयोग के कारण विद्यार्थी अपने उज्ज्वल भविष्य से भटककर पतन की ओर जाने लगा है। उसमें असभ्यता, अशिष्टता एवं असामाजिकता पनपने लगी है। जीवन सुधार की ओर न जाकर गलत पथ पर जा रहा है। विद्यार्थियों का यह कर्त्तव्य है कि सेलफोन के आकर्षण से अपने को दूर रखकर विद्याध्ययन करके अपने भविष्य को उज्ज्वल बनायें। इस कार्य हेतु गुरुजन एवं माता-पिता द्वारा विद्यार्थियों को सदैव प्रेरणा देते रहना चाहिए।
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kya sabhya hone ke liye acchi poshak avashyak hai paksh aur vipaksh mai batao