1. 'वर्षा-बहार' कविता में कवि क्या बताना चाह रहे हैं?
2. मेंढक कैसे लुभा रहे हैं?
Answers
Answered by
9
Explanation:
1) मुकुटधर पाण्डेय जी की कविता “वर्षा-बहार” में वर्षा ऋतु को सुखदायक और मनोहर बताया गया है।। वर्षा ऋतु आते ही आकाश में घनघोर बादल छाने लगते हैं। बिजली चमकने लगती है। बादल गरजने लगता है।
2) मेंढक लुभा रहे हैं, सुंदर सगीत गाकर ।
Answered by
1
Answer:
उत्तर मुकुटधर पाण्डेय जी की कविता "वर्षा बहार" म वर्षा ऋतु को सुखदायक और मनोहर बताया ही आकाश लगते हैं। गया है। वर्षा ऋतु आते है । में घनघोर बादल छाने लगता है l
मेंडक सुगित प्यारे गीत गाकर लुभा रहे हैं
Similar questions