1. यह काव्यांश किसे संबोधित है? 1-वीरों को 3-सागरको 2-सैनिकों को 4- मातृभूमि को
Answers
Answered by
0
पाकर तुझसे सभी सुखों को हमने भोगा,
तेरा प्रत्युपकार कभी क्या हमसे होगा?
तेरी ही यह देह तुझी से बनी हुई है,
बस तेरे ही सुरस-सार से सनी हुई है,
फिर अंत समय तूही इसे अचल देख अपनाएगी।
हे मातृभूमि! यह अंत में तुझमें ही मिल जाएगी।
¿ यह काव्यांश किसे संबोधित है?
➲ मातृभूमि को
❝ये काव्यांश मातृभूमि को संबोधित है। इस काव्यांश में बताया गया है कि हमारी मातृभूमि हम पर जो उपकार करती है, वो हमारे ऊपर ऋण के समान है, और हमें एक न एक दिन अपनी मातृभूमि के उस ऋण को चुकाना ही होगा। हमें इसी मातृभूमि में जन्म लेकर इसी मातृभूमि में ही मिल जाना है। ❞
○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○
Similar questions
Social Sciences,
17 days ago
Math,
17 days ago
English,
17 days ago
Social Sciences,
1 month ago
Math,
9 months ago
Math,
9 months ago
English,
9 months ago