1. यदि जीवन में दुख न होकर केवल सुख ही सुख होता, तो क्या होता?
Answers
Answered by
0
Answer:
दुख हमें जगाता है मृत्यु, अंधकार, विषमता, विरह अथवा अपमान आदि के उपस्थित होने पर ही जीवन की अमरता, प्रकाश, अनुकूलता, मिलन अथवा मान-सम्मान के भाव की अनुभूति की जा सकती है। इसी प्रकार यदि दुख नहीं आएगा, तो सुख भी नहीं आएगा, क्योंकि दुख की अनुभूति के बाद ही संभव है सुख की अनुभूति। ... सुख-सुविधाओं का अंत नहीं, लेकिन मनुष्य की सीमा है।
Answered by
0
Answer:
मृत्यु, अंधकार, विषमता, विरह अथवा अपमान आदि के उपस्थित होने पर ही जीवन की अमरता, प्रकाश, अनुकूलता, मिलन अथवा मान-सम्मान के भाव की अनुभूति की जा सकती है। इसी प्रकार यदि दुख नहीं आएगा, तो सुख भी नहीं आएगा, क्योंकि दुख की अनुभूति के बाद ही संभव है सुख की अनुभूति। ... सुख-सुविधाओं का अंत नहीं, लेकिन मनुष्य की सीमा है।
Explanation:
hope this is helpful (◕ᴗ◕✿)
Similar questions
English,
16 days ago
Math,
16 days ago
English,
1 month ago
Social Sciences,
1 month ago
Chemistry,
9 months ago