10 Disadvantages and Advantages of Plastic in Hindi. ( Point wise )
Answers
प्लास्टिक के लाभ
1. प्लास्टिक टिकाऊ होता है।
2. प्लास्टिक के लिफाफे सस्ते होते हैं।
3. प्लास्टिक में गीली चीजें रख सकते हैं। प्लास्टिक पर पानी का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है।
4. प्लास्टिक बनाने में कम बिजली और रसायन खर्च होते हैं।
5. प्लास्टिक हल्का होता है।
6. प्लास्टिक के लिफाफों को दुबारा इस्तेमाल किया जा सकता है।
प्लास्टिक के नकारात्मक तत्त्व
1. प्लास्टिक के लिफाफे गैर नवीकरणीय होते हैं उन्हें रीसायकल नहीं किया जा सकता है।
2. प्लास्टिक निर्बल और झीना होता है।
3. इस्तेमाल करने के बाद यदि प्लास्टिक को ठीक तरह से हटाया न जाय तो वह जीव जन्तुओं के लिए हानिकारक हो सकता है।
4. प्लास्टिक के लिफाफे सड़क के किनारे बनी हुई नालियों में फंस जातें हैं जिसके कारण भारी वर्षा के समय सड़क पर अत्यधिक पानी भर जाता है।
Explanation:
प्लास्टिक बैग आसानी से बाजारो में देखे जा सकते है। ये बैग कई आकारो में आते है और खरीदारी करते समय सामान लेने में काफी सहायक होते है। यह काफी हल्के और किफायती होते है, यही कारण कि यह हर जगह इतने व्यापक रुप से इस्तेमाल किये जाते है। हलांकि, यह समझना काफी आवश्यक है भले ही यह हमारे लिये सुविधाजनक क्यों ना हो पर यह पर्यावरण के लिये काफी हानिकारक है।
कपड़े और पेपर बैग के विपरीत प्लास्टिक बैग एक नान-बायोडिग्रेडबल वस्तु है। इसलिये इनका निस्तारण एक चुनौति बनता जा रहा है, उपयोग किया हुआ प्लास्टिक बैग वातावरण में सैकड़ो सालो तक बना रहता है। जिससे यह वातावरण में भूमि और जल प्रदूषण फैलाता है। यही वजह है कि कई देशो ने प्लास्टिक बैग के उपयोग पर प्रतिबंध लगा रखा है, इन देशो ने प्लास्टिक बैग के जगह दोबारा इस्तेमाल किये जा सकने वाले पेपर बैग और कपड़े के बैगों का इस्तेमाल करना शुरु कर दिया है।
भारत सरकार ने भी इस विषय पर सकरात्मक पहल दिखाते हुए कई राज्यो में प्लास्टिक बैगों के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया है, लेकिन कई राज्यो द्वारा इस नियम का सही ढंग से लागू नही किया गया, जिससे प्लास्टिक प्रदूषण में कोई खास कमी नही हुई, हमे इस बात को समझना होगा कि प्लास्टिक प्रदूषण हमारे भले के लिये लागू किया गया है और इसमे हर एक व्यक्ति को पर्यावरण को स्वच्छ रखने में अपना योगदान देना होगा।
पृथ्वी को स्वच्छ रखने के लिये प्लास्टिक बैग का उपयोग पूरे विश्व भर बंद किया जाना चाहीए, तभी जाकर हम इस पृथ्वी को रहने के लिये एक और भी ज्यादे खूबसुरत जगह बना सकते है।