Science, asked by PragyaTbia, 1 year ago

10 g द्रव्यमान की एक गोली सीधी रेखा में 150 ms-1 के वेग से चलकर एक लकड़ी के गुटके से टकराती है और 0.03 s के बाद रुक जाती है। गोली लकड़ी को कितनी दूरी तक भेदेगी? लकड़ी के गुटके द्वारा गोली पर लगाए गए बल के परिमाण की गणना करें।

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Answered by Anonymous
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उत्तर

प्रारंभिक वेग, u = 150 m/s

अंतिम वेग, v = 0

विरामावस्था में आने में लगा समय, t = 0.03 s

गति के पहले समीकरण के अनुसार, v = u + at

गोली का त्वरण,

a = 0 = 150 + (a × 0.03 s)a = -150/0.03 = -5000 m/s2

(ऋणात्मक चिन्ह यह दर्शाता है कि वेग की दर घट रही है)

गति के तीसरे समीकरण के अनुसार,

v2 = u2+ 2as

0 = (150)2 + 2 (-5000)

= 22500 / 10000

= 2.25 m

इस प्रकार, गोली द्वारा लकड़ी को भेदने में तय की गई दूरी 2.25 m है|

न्यूटन के गति के दूसरे नियम के अनुसार,

बल, F = द्रव्यमान × त्वरण

गोली का द्रव्यमान, m = 10 g = 0.01 kg

गोली का त्वरण, a = 5000 m/s2

F = ma = 0.01 × 5000 = 50 N

इस प्रकार, लकड़ी के गुटके द्वारा गोली पर लगाए गए बल का परिमाण 50 N है|


Anonymous: Perfect answer :)
Anonymous: thanks uh so much ✴
Answered by nikitasingh79
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उत्तर :  

दिया है :  

गोली का द्रव्यमान (m) = 10 g =10/1000 = 0.01 kg

[1g = 1/1000 kg]

गोली का प्रारंभिक वेग, u = 150 m/s

गोली का अंतिम वेग, v = 0

[गोली रूक जाती है।]

लगा हुआ समय, t = 0.03 s

हम जानते हैं कि, v = u + at

0 = 150 + a × 0.03  

0 = 150 + 0.03a

0.03a = −150 m/s

a = −150 /0.03  

a = - 15000/3

a = −5000 m/s²

[यहाँ त्वरण का ऋणात्मक चिन्ह मंदन को बतलाता है]

हम जानते हैं, s = ut + 1/2at²

s = 150 × 0.03 + 1/2(−5000) × (0.03)²

s = 4.5  − 2500 × 0.0009

s = 4.5  − 2.25  

s = 2.25 m

अत: गोली द्वारा तय की गई दूरी = 2.25 m

हम जानते हैं, बल का परिमाण (F) = द्रव्यमान (m) × त्वरण (a)

F= 0.01 × −5000  

F= − 50 kg m/s²

F = – 50 N

[यहाँ बल का ऋणात्मक चिन्ह बतलाता है कि बल गोली की गति के विपरीत दिशा में लग रहा है]

अत: गोली लकड़ी को 2.25 मीटर तक दूरी तक भेदेगी तथा लकड़ी के गुटके द्वारा गोली पर लगाये गये बल का परिमाण = – 50 न्यूटन।

आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।।।

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