10 lines on Tibet in Hindi
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वर्ष 1953 तक यह एक स्वंतत्र देश था, जिस पर चीन ने जबरन कब्जा कर रखा है। तिब्बत दुनिया का सबसे ऊंचा पठार है। समुद्र तल से 4500 मीटर की ऊंचाई पर स्थित यह प्रदेश अब चीन का एक महत्वपूर्ण राज्य है।तिब्बत दुनिया का सबसे ऊंचा पठार है। समुद्र तल से 4500 मीटर की ऊंचाई पर स्थित यह प्रदेश अब चीन का एक महत्वपूर्ण राज्य है।
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2. एक अरब से अधिक लोगों के लिए ताज़े पीने योग्य पानी का स्रोत्र है तिब्बत।
एशिया की छह बड़ी नदियां मेकाँग, ब्रहमपुत्र, सिन्धु, यांग्तज़े, सलवीन एवं ह्वांग हो का उदगम स्थल तिब्बत है, जो विश्व की बड़ी जनसंख्या का पोषण करती है।
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3. विश्व का तीसरा ध्रुव।
आर्कटिक एवं अन्टार्टिक के बाद ताज़े पानी के विशालतम स्रोत तिब्बत को विश्व के तीसरे ध्रुव के नाम से जाना जाता है।
Explanation:
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- तिब्बत का कुल क्षेत्रफल 1.22 मिलियन वर्ग किलोमीटर है।
- यह चीन का दूसरा सबसे बड़ा प्रांत (उइगुर स्वायत्त क्षेत्र के बाद) है।
- चीन में तिब्बत का जनसंख्या घनत्व सबसे कम है।
- तिब्बत का पठार विश्व का सबसे ऊँचा पठार है।
- माउंट एवरेस्ट, दुनिया का सबसे ऊँचा पर्वत, समुद्र तल से 8,848 मीटर ऊँचा, तिब्बत में तिब्बत-नेपाल सीमा पर स्थित है।
- लंबे समय तक तिब्बत विदेशी पर्यटकों के लिए बंद रहा। 1985 में ही आगंतुकों को तिब्बत की यात्रा करने की अनुमति दी गई थी।
- तिब्बत में दुनिया के सबसे अधिक बौद्ध मठ हैं, जिनकी संख्या 7,000 से अधिक है।
- तिब्बती बौद्ध धर्म लगभग 90% तिब्बती आबादी द्वारा प्रचलित है।
- तिब्बती बौद्ध भिक्षु नियमित रूप से धार्मिक और दार्शनिक मुद्दों पर बहस करते हैं।
- ताशी ल्हुनपो मठ की भविष्य बुद्ध प्रतिमा हैं
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