10 पर्यायवाची शब्द , 10 विलोम शब्द , तथा 10 मुहावरे लिखकर उनका वाक्य में प्रयोग करे ।
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पत्थर — पाषाण, प्रस्तर पाहन ।
पानी— जल, वारि, नीर, तोय, सलिल, अंबु, सर।
आकाश — व्योम, शून्य, गगन, अम्बर, आसमान, अंतरिक्ष, नभ, अभ्र, नष्ट करने वाला धौ, अनंत
हवा — पवन, वायु, समीर, अनिल, वात, मरुत्, पवमान, बयार, प्रकंपन, समी
साँप — सर्प, नाग, विषधर, व्याल, भुजंग, उरग, अहि पन्नग।
जंगल — वन, कानन, बीहड़, विटप, विपिन।
घर — गृह, सदन, आवास, आलय, गेह, निवास, निलय, मंदिर।
अमृत — सुधा, सोम, पीयूष, अमिय, जीवनोदक
असुर — राक्षस, दैत्य, दानव, निशाचर, दनुज, यातुधान, निशिचर, रजनीचर।
अग्नि — आग, अनल, पावक, वह्नि।
अश्व — घोड़ा, हय, तुरंग, वाजी, घोटक, सैंधव, तुरंग।
आकाश — गगन, नभ, आसमान, व्योम, अंबर, धौ, अंतरिक्ष, अनंत
आँख — नेत्र, दृग, नयन, लोचन, चक्षु, अक्षि, अंबक, दृष्टि, विलोचन।
इच्छा — आकांक्षा, चाह, अभिलाषा, कामना, ईप्सा, मनोरथ, स्पृहा, ईहा, वांछा।
इंद्र — सुरेश, देवेंद्र, देवराज, पुरंदर, सुरपति, मघवा, वासव, महेंद्र।
ईश्वर — प्रभु, परमेश्वर, भगवान, परमात्मा।
कमल — जलज, पंकज, सरोज, राजीव, अरविन्द नीरज पयज
गरमी — ग्रीष्म, ताप, निदाघ, ऊष्मा।
गृह — घर, निकेतन, भवन, आलय,निवास, गेह, सदन, आगार, आयतन, आवास, निलय, धाम।
गंगा — सुरसरि, त्रिपथगा, देवनदी, जाह्नवी, भागीरथी।
चंद्र — चाँद, चंद्रमा, विधु, शशि, राकेश, हिमांशु, सुधांशु, सुधाकर, सुधाधर, सारंग, निशाकर, निशापति, रजनीपति,मृगांक, कलानिधि।
जल — वारि, पानी, नीर, सलिल, तोय, उदक, अंबु, जीवन, पय, अमृत, मेघपुष्प।
नदी — सरिता, तटिनी, तरंगिणी, निर्झरिणी, आपगा, निम्नगा, कूलंकषा।
पवन — वायु, समीर, हवा, अनिल।
पत्नी — भार्या, दारा, अर्धागिनी, वामा, गृहिणी, बहू, वधू, कलत्र, प्राणप्रिया
पुत्र — बेटा, सुत, तनय, आत्मज, जनज, लड़का, तनुज।
पुत्री — बेटी, सुता, तनया, आत्मजा, दुहिता, नंदिनी, तनुजा।
दोस्त — बन्धु, मित्र, साथी, यार, सखा, हितैषी, अंतरंग, साखी, जीवन-साथी, मीत, सहायक
पृथ्वी — धरा, [], धरती, वसुधा, भूमि, वसुंधरा, भू, इला, धरा, धरत्री, धरणी।
पर्वत — शैल, नग, भूधर, पहाड़, अंचल, महीधर, गिरि, भूमिधर, तुंग, अद्रि।
बिजली — चपला, चंचला, दामिनी, सौदामनी, विधुत्, तड़ित्, बीजुरी, क्षणप्रभा।
10 विलोम शब्द
अंकुश - निरंकुश
अकाल - सुकाल
माता - पिता
अकलुष कलुष
अग्राह्य -ग्राह्य
अग्रज - अनुज
उत्साह - अनुत्साह
सोत्साह - निरुत्साह
अग्रिम - अन्तिम
अचल - चल
अजल - निर्जल
वृष्टि - अनावृष्टि
अनंत - अंत
अति -अल्प
अथ - इति
अतुकान्त - तुकान्त
अतिवृष्टि - अनावृष्टि
अनाहूत - आहुत
अनुकूल - प्रतिकूल
अनुरक्ति -विरक्ति
अनित्य - नित्य
अनुलोम- - विलोम
अनभिज्ञ- - भिज्ञ
अभिज्ञ - अनभिज्ञ
अमृत, अमि, (अमिय) - विष, जहर
अर्पण - ग्रहण
अपेक्षा - उपेक्षा
अर्वाचीन - प्राचीन
अपकार - उपकार
अवलम्ब - निरालम्ब
अल्प - अधिक
अधम- उत्तम
अवनत उन्नत
अन्तरंग- बहिरंग
अनाथ- सनाथ
अथ - इति
आदर -अनादर
अदेय - देय
अन्तरंग - बहिरंग
अंतर - बाह्य
अंशतः - पूर्णतः
अल्पकालीन - दीर्घकालीन
अल्पज्ञ - बहुज्ञ
अपेक्षित - अनपेक्षित
अधुनातन - पुरातन
अंगीकार, स्वीकार - अस्वीकार
अवनि, पृथ्वी, भू, - अम्बर, आकाश, नभ
अधर्म - सध्दर्म
10 मुहावरे लिखकर उनका वाक्य में प्रयोग करे ।
. अँगारे बरसना—अत्यधिक गर्मी पड़ना।
जून मास की दोपहरी में अंगारे बरसते प्रतीत होते हैं।
2. अंगारों पर पैर रखना-कठिन कार्य करना।
युद्ध के मैदान में हमारे सैनिकों ने अंगारों पर पैर रखकर विजय प्राप्त की।
3. अँगारे सिर पर धरना—विपत्ति मोल लेना।
सोच-समझकर काम करना चाहिए। उससे झगड़ा लेकर व्यर्थ ही अंगारे सिर पर मत धरो।
4. अँगूठा चूसना-बड़े होकर भी बच्चों की तरह नासमझी की बात करना।
कभी तो समझदारी की बात किया करो। कब तक अंगूठा चूसते रहोगे?
5. अँगूठा दिखाना-इनकार करना।
जब कृष्णगोपाल मन्त्री बने थे तो उन्होंने किशोरी को आश्वासन दिया था कि जब उसका बेटा इण्टर कर लेगा तो वह उसकी नौकरी लगवा देंगे। बेटे के प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण होने पर किशोरी ने उन्हें याद दिलाई तो उन्होंने उसे अँगूठा दिखा दिया।
6. अँगूठी का नगीना-अत्यधिक सम्मानित व्यक्ति अथवा वस्तु।
अकबर के नवरत्नों में बीरबल तो जैसे अंगूठी का नगीना थे।
7. अंग-अंग फूले न समाना-अत्यधिक प्रसन्न होना। राम के अभिषेक की बात सुनकर कौशल्या का अंग-अंग फूले नहीं समाया।
8. अंगद का पैर होना-अति दुष्कर/असम्भव कार्य होना।
यह पहाड़ी कोई अंगद का पैर तो है नहीं, जिसे हटाकर रेल की पटरी न बिछाई जा सके।
9. अन्धी सरकार—विवेकहीन शासन।
कालाबाजारी खूब फल-फूल रही है, किन्तु अन्धी सरकार उन्हीं का पोषण करने में लगी है।
10. अन्धे की लाठी लकड़ी.होना-एकमात्र सहारा होना। निराशा में प्रतीक्षा अन्धे की लाठी है।
Answer:
अग्नि — आग, अनल, पावक, वह्नि। अश्व — घोड़ा, हय, तुरंग, वाजी, घोटक, सैंधव, तुरंग। आँख — नेत्र, दृग, नयन, लोचन, चक्षु, अक्षि, अंबक, दृष्टि, विलोचन।