1018 निम्नलिखित में से किसी एक काव्यांश का संदर्भ-प्र
ऊँचे कुल का जनमिया, जे करनी ऊँच न होई।
सुबरन कलस सुरा भरा ,साधू निंदा सोई ।।
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Answer:
अपठित काव्यांश :
अपठित काव्यांश किसी कविता का वह अंश होता है, जो पाठ्यक्रम में शामिल पुस्तकों से नहीं लिया जाता है। यह अंश छात्रों द्वारा पहले पढ़ा गया नहीं होता बल्कि नया होता है।
अपठित काव्यांश का उद्देश्य काव्य पंक्तियों का भाव और अर्थ समझना, कठिन शब्दों के अर्थ समझना, प्रतीकार्थ समझना, काव्य सौंदर्य समझना, भाषा-शैली समझना तथा काव्यांश में निहित संदेश। शिक्षा की समझ आदि से संबंधित विद्यार्थियों की योग्यता की जाँच-परख करना है।
अपठित काव्यांश पर आधारित प्रश्नों को हल करने से पहले काव्यांश को दो-तीन बार पढ़ना चाहिए तथा उसका भावार्थ और मूलभाव समझ में आ जाए। इसके लिए काव्यांश के शब्दार्थ एवं भावार्थ पर चिंतन-मनन करना चाहिए। छात्रों को व्याकरण एवं भाषा पर अच्छी पकड़ होने से यह काम आसान हो जाता है। यद्यपि गद्यांश की तुलना में काव्यांश की भाषा छात्रों को कठिन लगती है। इसमें प्रतीकों का प्रयोग इसका अर्थ कठिन बना देता है, फिर भी निरंतर अभ्यास से इन कठिनाइयों पर विजय पाई जा सकती है।
अपठित काव्यांश संबंधी प्रश्नों को हल करते समय निम्नलिखित प्रमुख बातों पर अवश्य ध्यान देना चाहिए-
काव्यांश को दो-तीन बार ध्यानपूर्वक पढ़ना और उसके अर्थ एवं मूलभाव को समझना।
कठिन शब्दों या अंशों को रेखांकित करना।
प्रश्न पढ़ना और संभावित उत्तर पर चिह्नित करना।
प्रश्नों के उत्तर देते समय प्रतीकार्थों पर विशेष ध्यान देना।
प्रश्नों के उत्तर काव्यांश से ही देना; काव्यांश से बाहर जाकर उत्तर देने का प्रयास न करना।
उत्तर अपनी भाषा में लिखना, काव्यांश की पंक्तियों को उत्तर के रूप में न उतारना।
यदि प्रश्न में किसी भाव विशेष का उल्लेख करने वाली पंक्तियाँ पूछी गई हैं, तो इसका उत्तर काव्यांश से समुचित भाव व्यक्त करने वाली पंक्तियाँ ही लिखना चाहिए।
शीर्षक काव्यांश की किसी पंक्ति विशेष पर आधारित न होकर पूरे काव्यांश के भाव पर आधारित होना चाहिए।
शीर्षक संक्षिप्त आकर्षक एवं अर्थवान होना चाहिए।
अति लघुत्तरीय और लघुउत्तरीय प्रश्नों के उत्तर में शब्द सीमा का ध्यान अवश्य रखना चाहिए।
प्रश्नों का उत्तर लिखने के बाद एक बार दोहरा लेना चाहिए ताकि असावधानी से हुई गलतियों को सुधारा जा सके।
काव्यांश को हल करने में आनेवाली कठिनाई से बचने के लिए छात्र यह उदाहरण देखें और समझें-
निम्नलिखित काव्यांश को पढ़िए और पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
1.
CBSE Class 9 Hindi B Unseen Passages अपठित काव्यांश
प्रश्नः 1.
मिट्टी को मातृरूपा बनाने में किसका योगदान है? वह यह काम किस तरह करता है?
उत्तर:
मिट्टी को मातृरूपा बनाने में किसान का योगदान होता है। वह पथरीली जमीन को हल से जोतता है, उसे भुरभुरा बनाकर फ़सल पैदा करने योग्य बनाता है।
प्रश्नः 2.
मिट्टी को प्रजारूप कैसे प्राप्त होता है? इस रूप से कौन सबसे अधिक प्रसन्न होते हैं?
उत्तर:
कुम्हार मिट्टी को चाक पर चढ़ाकर सुंदर और मनोहर खिलौने बनाता है। इन खिलौनों के रूप में मिट्टी को प्रजा रूप मिल जाता है। इससे बच्चे सबसे अधिक प्रसन्न होते हैं और इन्हें पाने के लिए मचल उठते हैं।
प्रश्नः 3.
मिट्टी सबसे बड़ा देवत्व किसे बताती है और क्यों?
उत्तर:
मिट्टी, मनुष्य द्वारा पुरुषार्थ करने के गुण को सबसे बड़ा देवत्व बताता है, क्योंकि किसान, कुम्हार मूर्तिकार आदि रूपों में मनुष्य मिट्टी को तरह-तरह के रूप-स्वरूप प्रदान करता है।