11.
10. निम्नलिखित गद्यांश को ध्यान से पढ़िए तथा दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए-
रीनू ने सबसे कह दिया कि रेवा की मम्मी ने रेखा के जन्मदिन पर बुलाया है। दूसरे दिन पहले
अप्रैल थी। सुबह से रीनू के मन में शाम का नजारा देखने की बेचैनी थी। जब सब अपने-अप-
उपहार लेकर जाएँगे और रेवा हैरान होकर सबका मुँह ताकती रह जाएगी। वह और उसकी मम्म
परेशान-सी कहेंगी, “हमने तो किसी को नहीं बुलाया। किसी का जन्मदिन भी नहीं है। फिर सद
उपहार लेकर क्यों आए हैं?" उस समय सबके चेहरे देखने लायक होंगे। सारा दिन स्कूल
मन नहीं लगा। लेकिन एक बात सबसे मुश्किल थी। वह यह कि रीनू ही तो सबका अप्रैल फूल
बना रही थी। बिना गए सबके खिसियाने चेहरे कैसे देखेगी? इसलिए उसे तो जाना ही होगा। वह
भी एक डिब्बे में कागज़ भरकर उसे सजाकर रेवा के घर गई। उसके घर पहुंची तो देखा, सब
खा-पी रहे थे। रेवा ने उसे देखा तो खींचकर अंदर ले गई। सचमुच रेवा का जन्मदिन था। उस
और सबको बुद्धू बनाने के चक्कर में रीनू का ही अप्रैल फूल बन गया।
(क) रीनू ने सबसे क्या कहा था?
(ख) रीनू कौन-सा नजारा देखना चाहती थी?
(ग) स्कूल में रीनू क्या सोच रही थी?
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(क) रीनू ने सबसे कह दिया कि रेवा की मम्मी ने रेखा के जन्मदिन पर बुलाया है।
(ख) सुबह से रीनू के मन में शाम का नजारा देखने की बेचैनी थी।
(ग) स्कूल में रीनू सोच रही थी की जब सब अपने-अप-
उपहार लेकर जाएँगे और रेवा हैरान होकर सबका मुँह ताकती रह जाएगी। वह और उसकी मम्म
परेशान-सी कहेंगी, “हमने तो किसी को नहीं बुलाया। किसी का जन्मदिन भी नहीं है।
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