11.1815 की वियना संधि की तीन
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वियना की कांग्रेस (Vienna Congress) यूरोपीय देशों के राजदूतों का एक सम्मेलन था, जो सितंबर 1814 से जून 1815 को वियना में आयोजित किया गया था। ... वस्तुतः आस्ट्रिया के चांसलर मेटरनिख ने नेपोलियन के विरूद्ध मोर्चा बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, इसीलिए उसकी पहल पर आस्ट्रिया की राजधानी वियना में कांगे्रस बुलाई गई थी।
Explanation:
नेपोलियन के पराजय के पश्चात अस्त व्यस्त यूरोप की पुर्णव्यवस्था तथा परस्पर विभिन्न विरोधि सिद्धान्तों ने समझौता करने के उद्देश्य से 1815 में आस्ट्रिया की राजधानी वियना में एक सम्मेलन का आयोजन किया इसे ही वियना कांग्रेस के नाम से जाना जाता है। नेपोलियन ने अपनी विध्वंस कारी युद्धों से संपूर्ण यूरोप को ध्वस्त कर दिया। अत: उसकी शक्ती को कुचलने के उद्देश्य से इस कांग्रेस का आयोजन किया गया था। वाटरलू के विजेता क्रांति विरोधी थे जो विनिष्ट हो चुका था। उसका वे पुर्णस्थापना करने तथा पुर्णस्थापना व्यवस्थाओं को सुरक्षित रखने के लिए वे कटिबाध्य थे। इसी उद्देश्य से वियना कांग्रेस प्रारंभ हुआ था। जिसमें 19वीं शताब्दी के यूरोपीय राजव्यवस्था की आधार शिला रखी गई थी। नेपोलियन को पारजित करने में आस्ट्रिया के प्रधानमंत्री मेटर्निक का प्रमुख हाथ था।