Hindi, asked by amitasingh686, 10 months ago

11.
IV.
तिब्बत में लोग बंदूक या पिस्तौल को लाठी की तरह लेकर क्यों घूमते

कबीर के अनुसार सच्चा संत कौन है?
लोग ईश्वर को प्रायः कहां ढूंढते हैं?
(2)
"रस्सी' शब्द यहां किसके लिए प्रयुक्त हुआ है और वह कैसी है?
(2)
"सब स्वासो की स्वास' में कौन सा अलंकार है?
"वाख कविता की कवयित्री का नाम लिखिए।
V.
VL
VIL.
न पदों का तिराह करके ममाम का नाम निलिए। (1.4-4)​

Answers

Answered by adityaanand7032676
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Answer:

Answer of second question will be =rassi means life of the lady who is in this chapter in which rassi is very weak

Answered by jayathakur3939
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प्रशन - उत्तर

प्रशन - तिब्बत में लोग बंदूक या पिस्तौल को लाठी की तरह लेकर क्यों घूमते थे ?

उत्तर :- उस समय तिब्बत के पहाड़ों की यात्रा सुरक्षित नहीं थी। लोगों को डाकुओं का भय बना रहता था। डाकू पहले लोगों को मार देते और फिर देखते की उनके पास पैसा है या नहीं। तथा तिब्बत में हथियार रखने से सम्बंधित कोई क़ानून नहीं था। इस कारण लोग खुलेआम पिस्तौल बन्दूक आदि रखते थे। जैसे कि लोग लाठी रखते हैं।

प्रशन :- कबीर के अनुसार सच्चा संत कौन है?

उत्तर :- कबीर के अनुसार सच्चा संत वही कहलाता है जो साम्प्रदायिक भेदभाव, सांसारिक मोह माया से दूर, सभी स्तिथियों में समभाव (सुख दुःख, लाभ-हानि, ऊँच-नीच, अच्छा-बुरा) तथा निश्छल भाव से प्रभु भक्ति में लीन रहता है।

प्रशन :- लोग ईश्वर को प्रायः कहां ढूंढते हैं?

उत्तर :-  ईश्वर को मनुष्य अपने अज्ञान के कारण इधर-उधर ढूंढने का प्रयास करता है । वह नहीं जानता कि उसके अपने भीतर ही छिपा हुआ है। वह ईश्वर को मंदिर, मस्जिद और  कैलाश में ढूँढता फिरता है।    

प्रशन :- "रस्सी' शब्द यहां किसके लिए प्रयुक्त हुआ है और वह कैसी है?

उत्तर :- यहाँ पर जीवन की नैया को खींचने के लिए किए जा रहे प्रयासों को रस्सी की संज्ञा दी गई है। यह रस्सी कच्चे धागे की बनी है अर्थात बहुत ही कमजोर है और कभी भी टूट सकती है।

प्रशन :-सब स्वासो की स्वास' में कौन सा अलंकार है?

उत्तर :- यहाँ पर "अनुप्रास अलंकार " है क्यूंकि यहाँ पर ‘स’ वर्ण की आवृति बार - बार हो रही है।

इन पंक्तियों का अर्थ है :- ईश्वर हर प्राणी में वास करता है वह कहीं भी बाहर नहीं है। वह तो उनकी स्वांसोंं की सांस में है। जब तक जीव की सांस चलती है तब तक वह जीवित है, प्राणवान है और सभी प्राणियों में ईश्वर का वास है। इसलिए कबीर ने ईश्वर को ‘सब स्वांसोंं की  सांस में' कहा है।

प्रशन :- "वाख कविता की कवयित्री का नाम लिखिए।

उत्तर :- "वाख कविता की कवयित्री का नाम लिखिए। कवयित्री " ललद्यद " |

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