11. 'माता का ऑचल पाठ में लेखक द्वारा पिता के संग खेलने तथा माता के संग भोजन करने का वर्णन कीजिए।
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Answer:माता का आंचल पाठ में लेखक द्वारा पिता के संग खेली और माता के संग भोजन करने का एक सुंदर वर्णन किया गया है |माता अपने बच्चों को नहला दो लाकर उन्हें माथे पर तिलक लगाकर खेलने के लिए भेज देती है बच्चे खेलने के बाद घर आने पर माता के संग भोजन करते हैं बच्चे खाना खाने के बाद अपने पिता के साथ खेलने में लग जाते हैं बच्चे अपने पिता की गोदी में बैठकर खाना खाते हैं बच्चे अपने पिता की मूछों के साथ खेलते हैं और उनके साथ अपनी मौज मस्ती का दिन बिताते हैं 1 दिन बच्चे सांप के घर में पानी डाल देते हैं तो फिर महादेव का भक्त सांप आ जाता है वह घबराकर इधर-उधर गिर कर घर पहुंचते हैं तो बच्चे सीधे अपनी मां के पास चले जाते हैं और उनकी गोद में जाकर रोने लगते हैं तो माता अपने घबराए हुए बच्चों को सीने से लगा लेती है और उन्हें उनके बारे में क्या हुआ उसको पूछती है 2 बच्चे अपने साथ हुई घटना को बताते हैं तो माता अपने घायल हुए बच्चे को हल्दी लगाकर अपनी गोद में सुला देती है जब पिता अपने बच्चों को माता की गोद से लेने के लिए आते हैं तो फिर बच्चे मां के आंचल को नहीं छोड़ते हैं इससे हमें पता चलता है कि माता का अंचल कितना प्यारा होता है इस कहानी में यही बताया गया है