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प्रश्न-19 एड्स क्या है? एड्स के कारण, लक्षण, उपचार एवं नियंत्रण लिखिए।
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Answer:
एड्स- एच.आई.वी. नामक विषाणु से होता है। संक्रमण के लगभग 12 सप्ताह के बाद ही रक्त की जॉंच से ज्ञात होता है कि यह विषाणु शरीर में प्रवेश कर चुका है, ऐसे व्यक्ति को एच.आई.वी. पोजिटिव कहते हैं। एच.आई.वी. पोजिटिव व्यक्ति कई वर्षो (6 से 10 वर्ष) तक सामान्य प्रतीत होता है और सामान्य जीवन व्यतीत कर सकता है, लेकिन दूसरो को बीमारी फैलाने में सक्षम होता है।
यह विषाणु मुख्यतः शरीर को बाहरी रोगों से सुरक्षा प्रदान करने वाले रक्त में मौजूद टी कोशिकाओं (सेल्स) व मस्तिष्क की कोशिकाओं को प्रभावित करता है और धीरे-धीरे उन्हे नष्ट करता रहता है कुछ वर्षो बाद (6 से 10 वर्ष) यह स्थिति हो जाती है कि शरीर आम रोगों के कीटाणुओं से अपना बचाव नहीं कर पाता और तरह-तरह का संक्रमण (इन्फेक्शन) से ग्रसित होने लगता है इस अवस्था को एड्स कहते हैं।
एड्स का खतरा किसके लिए
एक से अधिक लोगों से यौन संबंध रखने वाला व्यक्ति।
वेश्यावृति करने वालों से यौन सम्पर्क रखने वाला व्यक्ति।
नशीली दवाईयां इन्जेकशन के द्वारा लेने वाला व्यक्ति।
यौन रोगों से पीडित व्यक्ति।
पिता/माता के एच.आई.वी. संक्रमण के पश्चात पैदा होने वाले बच्चें।
बिना जांच किया हुआ रक्त ग्रहण करने वाला व्यक्ति।
एड्स रोग कैसे फैलता है
एच.आई.वी. संक्रमित व्यक्ति के साथ यौन सम्पर्क से।
एच.आई.वी. संक्रमित सिरिंज व सूई का दूसरो के द्वारा प्रयोग करने सें।
एच.आई.वी. संक्रमित मां से शिशु को जन्म से पूर्व, प्रसव के समय, या प्रसव के शीघ्र बाद।
एच.आई.वी. संक्रमित अंग प्रत्यारोपण से।
एक बार एच.आई.वी.विषाणु से संक्रमित होने का अर्थ है- जीवनभर का संक्रमण एवं दर्दनाक मृत्यु