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गद्यांश-पर आधारित प्रश्नों के उत्तर लिख रहे हैं।
दूसरे हमारी क्षमता का विश्वास करें और हमारी सफलता को निश्चित मानें, इसके लिए आवश्यक शर्त यह है कि हमारा अपनी क्षमता
(का और सफलता में अखंड विश्वास हो। हमारे भीतर उगा भय, शंका और अधैर्य ऐसे डायनामाइट हैं, जो हमारे प्रति दूसरों के विश्वास को
खंडित कर देते हैं। हमारे विद्यालय में, जो नगर से दूर जंगल में था, चौदह वर्ष का एक बालक अपने घर से अकेला पढ़ने आया करता
था। कुछ महीने बाद दूसरा बालक भी उसके साथ आने लगा। वह दूसरा बालक बहुत डरपोक था। वह भूतों और चोरों की कहानियाँ उसे
सुनाया करता। इसका ऐसा प्रभाव पड़ा कि पहला बालक भी डरपोक हो गया और वे दोनों मेरी प्रतीक्षा करते रहते कि मैं चलूं, तो वे भी
मेरे साथ चलें।
सूत्र यह बनता है-हतोत्साहियों, निराशावादियों, डरपोकों और सदा असफलता का ही मर्सिया पढ़नेवालों के संपर्क से दूर रहो। नीति का
वचन है कि जहाँ अपनी, अपने कुल की और अपने देश की निंदा हो और उसका मुँहतोड़ उत्तर देना संभव न हो, तो वहाँ से उठ जाना
चाहिए। क्यों ? क्योंकि इससे हमारे आत्मगौरव और आत्मविश्वास की भावना खंडित होने का भय रहता है।
निम्नलिखित में से निर्देशानुसार विकल्पों का चयन कीजिए-
दूसरे लोग हमारी सफलता और क्षमता पर कब विश्वास करने लगते हैं ?
(क) जब हम उनके मित्र हों
(ख) जब हम बलशाली हों
(ग) जब हमें अपनी सफलता और क्षमता पर पूर्ण विश्वास हो (घ) इनमें से कोई नहीं
भय, शंका और अंधविश्वास को डायनामाइट क्यों कहा गया है ?
(क) ये हमारे प्रति दूसरों के विश्वास को खंडित कर देते हैं (ख) ये हमारे मन में भय को जन्म देते हैं
(ग) ये हमें मन से शक्तिशाली बनाते हैं
(घ) उपरोक्त सभी
जहाँ अपने कुल, देश आदि की निंदा हो वहाँ से क्यों उठ जाना चाहिए ?
(क) इससे हमारा अपमान होता
(ख) ऐसी बातें हानिकारक होती
(ग) इन बातों से हमें दुख पहुँचता
(घ) हमारा आत्मविश्वास और आत्मगौरव खंडित होने का भय होता
(ii
)
इस गद्यांश से हमें क्या शिक्षा मिलती है ?
(क) हमें बुद्धिमान लोगों से दूर रहना चाहिए (ख) हमें शक्तिशाली लोगों से दूर रहना चाहिए
(ग) हमें निराशावादी और डरपोक लोगों से दूर रहना चाहिए (घ) इनमें से कोई नहीं
इसका ऐसा प्रभाव पड़ा कि पहला बालक भी डरपोक हो गया-रेखांकित अंश के उपवाक्य का भेद लिखिए।
(क) विशेषण उपवाक्य
(ख) इनमें से कोई नहीं
(ग) क्रिया विशेषण उपवाक्य
(घ) संज्ञा उपवाक्य
(v)
IX5-5
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Answer:
(ग) जब हमें अपनी सफलता और क्षमता पर पूर्ण विश्वास हो
(क) ये हमारे प्रति दूसरों के विश्वास को खंडित कर देते हैं
घ) हमारा आत्मविश्वास और आत्मगौरव खंडित होने का भय होता
(ग) हमें निराशावादी और डरपोक लोगों से दूर रहना चाहिए
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