11. यशपाल जी ने खीरे को क्या माना हैं ?
1. अपदार्थ वस्तु
2. बहुमूल्य फल
3. दुर्लभ फल
4. अमर फल
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सही विकल्प होगा...
✔ 1. अपदार्थ वस्तु
स्पष्टीकरण ⦂
✎... ‘लखनवी अंदाज’ पाठ में लेखक यशपाल जब ट्रेन के डिब्बे में चढ़े तो उनकी बर्थ के सामने की बर्थ पर बैठे नवाब उनको देखकर एकदम अचकचा गए क्योंकि वह खीरा काटने की तैयारी कर रहे थे। शायद हीरे जैसी अपदार्थ वस्तु यानी सस्ती वस्तु को लेखक के सामने खाने में नवाब को संकोच हो रहा था। इसीलिए लेखक को देखकर नवाब ने उनसे मिलने में कोई उत्साह नहीं दिखाया। लेखक को भी महसूस हो गया था कि वे खीरे जैसी अपदार्थ वस्तु का शौक करते किसी व्यक्ति के सामने प्रदर्शित नहीं करना चाहते थे, क्योंकि वह अपनी नवाबी दिखावे में थे।
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