12. 'ऐसे थे अरमान कि उडते
नीले नभ की सीमा पाने
लाल किरण-सी चोंच खोल
चुगते तारक अनार के दाने'
उपरोक्त काव्यांश को पढ़कर अपनी बेहतर समझ के लिए इस कविता के संदर्भ में अपने
शिक्षक या अभिभावक से दो प्रश्न पूछिए। उन प्रश्नों को नीचे लिखिए।
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अरमा न केसे थे अरमा न किस लिये उड़ते थे
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(1) चिड़िया का अरमान क्या था | (2) पंछी लाल किरण के समान चोच को खोल कर क्या चुगना चाहते हैं
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