12. Define time plan. What six points would you consider while making this?
समय योजना को परिभाषित करें । इसे बनाते समय आप कौन सी छः बातों का ध्यान रखेंगें?
Answers
Explanation:
Adjustment
Adjustment is a collaborative social process. Adjustment is the process of linking an individual or group in society. This is the first step to move from struggle to cooperation. Whenever two opposing parties want to cooperate by ending competition or conflict, they first establish an adjustment with each other. It has been the natural tendency of an individual or group that they do not like conflict or cannot always contest or contest. The agreement that is made to avoid this conflict situation is called adjustment. This adjustment is established between the struggling individuals either by themselves or by an intermediary.
समायोजन एक बार स्थापित हो जाने का मतलब यह कभी नहीं होता कि समायोजन करने वाले आगे कभी संघर्ष नहीं करेंगे और हमेशा सहयोग की ओर ही बढ़ेंगे। दरअसल समायोजन में संघर्ष के बीच अवश्य ही मौजूद रहते हैं। लेकिन समायोजन के द्वारा संघर्ष को कुछ समय के लिए टाला जा सकता है। प्रजातंत्रीय शासन प्रणाली में साझा सरकार समायोजन का उदाहरण है।
मकीवर एवं पेज ने समायोजन को एक विस्तृत अर्थ में परिभाषित करने का प्रयास किया है। उन्होंने बताया कि समायोजन शब्द विशेषकर उस प्रकिया को अभिव्यक्त करता है, जिसके द्वारा मनुष्य अपने पर्यावरण के साथ संतुलन स्थापित करता है। पर्यावरण का अर्थ काफी व्यापक होता हहै, इसके अंतर्गत संपूर्ण बाह्य जगत आ जाता है। इस परिभाषा के अनुसार विवाह के बाद वधुओं का ससुराल में सास ससुर के साथ सामंजस्य स्थापित करना या किसी प्रवासी द्वारा शहरी वातावरण में नया संबंध स्थापित करना भी समायोजन कहलाता है।
हालांकि आज समाजशास्त्र में इस शब्द का प्रयोग इतने विस्तृत अर्थ में नहीं होता है। इस अर्थ में समायोजन शब्द का प्रयोग मात्र मनोविज्ञान के क्षेत्र में होता है। अब समायोजन का तात्पर्य उस स्थिति से है जबकि किसी संघर्ष या तनाव की स्थिति में कोई व्यक्ति या व्यक्तियों का समूह बाहर निकलकर सहयोग और समझौते की स्थिति में रहता है। अर्थात मकीवर एवं पेज का दृष्टिकोण काफी पुराना पड़ गया है।
आधुनिक संदर्भ में जेएच फिक्टर की परिभाषा देखिए- समायोजन को एक सामाजिक प्रकिया के रूप में परिभाषित किया जा सकता है, जिसके अंतर्गत दो या दो से अधिक व्यक्ति या समूह संघर्ष रोकने, कम करने या समाप्त करने के लिए अंत:क्रिया करते हैं। इस परिभाषा से यह स्पष्ट है कि समायोजन संघर्ष से सहयोग की ओर बढऩे का प्रारंभिक प्रयत्न है। संघर्षरत व्यक्ति या समूह एक दूसरे के प्रति अपने विचारों में समायोजन के माध्यम से परिवर्तन लाने की चेष्टा करते हैं और फलस्वरूप परस्पर सहयोग की दिशा में बढऩे लगते हैं। समायोजन एक एेसी प्रकिया है, जिसमें व्यक्ति या समूह निरंतर सामंजस्य करने के लिए प्रयत्नशील रहता है। किसी कारखाने में मालिक-मजदूर के बीच जो संघर्ष होता है, उसके समाधान हेतु जो समझौता होता है उसे समायोजन कहा जाता है। झगड़े के बाद पति-पत्नी के बीच समझौता भी समायोजन की श्रेणी में आता है।
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Adjustment is the name of the process of linking struggling individuals or groups. When a situation of tension or conflict arises in any society, then the idea of ending it is also considered. When a society or individual breaks out of a situation of conflict, that situation is called adjustment. But this does not mean that there will be no tension or conflict in the future.
Adjustment is a dynamic process. In the sense that it gives the feeling of going out of a state of stress or conflict into a peaceful state. This also shows flexibility in thoughts and actions. Adjustment also reflects a change in the thoughts and attitudes of both the struggling parties.
In a complex society in modern times where there are different types of opposing groups, ideas, religion, caste, class etc., the process of adjustment has special significance. Adjustment is proving very helpful in maintaining order and balance in the present society. Thus, adjustment is an essential element of present society.