12.विद्यालय के वार्षिक उत्सव का वर्णन करते हुए पिता को पत्र लिखें।
अथवा
नगर में बिजली संकट पर समाचार-पत्र के संपादक को पत्र लिखें।
Answers
Answer:
▪︎विद्यालय के वार्षिक उत्सव का वर्णन करते हुए पिता को पत्र लिखें।
मान रोड,
पानीपत।
20 जुलाई, 2012
विषय : विद्यालय में वार्षिकोत्सव का वर्णन
पूज्य पिताजी,
चरण स्पर्श
आपका पत्र प्राप्त हुआ। घर में सभी लोग सकुशल एवं सानंद हैं। आपकी अनुपस्थिति ही कष्टकारी है। सब आपकी प्रतीक्षा में हैं। कार्य की अधिकता केकारण मैं समय से उत्तर न दे पाने के लिए क्षमाप्रार्थी हूँ। मुख्य कारण यह था कि मैं पिछले माह विद्यालय के वार्षिकोत्सव की तैयारियों में काफी व्यस्त था। कल हमारे विद्यालय के प्रांगण में वार्षिकोत्सव मनाया गया। माननीय जिलाधीश महोदय की अध्यक्षता में हमारायह कार्यक्रम अत्यंत सफल और रोचक रहा। सरस्वती वंदना के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। इसके पश्चात् हमारे विद्यालय के प्रधानाचार्य महोदय ने अतिथियों का स्वागत करते हुए गत वर्ष की उपलब्धियों का विवरण प्रस्तुत किया। सर्वप्रथम प्राथमिक कक्षाओं द्वारासांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति की गई जिसे दर्शकों और अतिथियों का विशेष प्रोत्साहन प्राप्त हुआ। इसके पश्चात् सीनियर ग्रुप द्वारा लोकनृत्य, गीत, मूक अभिनय एवं एकांकी नाटक प्रस्तुत किए गए। मेरे द्वारा अभिनीत नाटक ‘अजातशत्रु’ में मेरी अजातशत्रु की भूमिकादर्शकों ने बहुत सराही। मैंने ‘आतंकवाद’ विषय पर बहुत उत्कृष्ट एवं परिमार्जित रूप से अपने विचार प्रस्तत किए और लोगों का आह्वान किया कि वे इसके समल नाश के लिए सरकारको अपना हर संभव सहयोग प्रदान करें। मेरे विचारों से समस्त श्रोता और अतिथिगण काफी प्रभावित हुए। सबने मुझे बहुत मान दिया। अंत में मुख्य अतिथि के कर-कमलों द्वारा पारितोषिक वितरण किया गया। मुझे श्रेष्ठ अभिनेता, श्रेष्ठ वक्ता एवं श्रेष्ठ संयोजक के लिएतीन पुरस्कार प्राप्त हुए। इस अवसर पर आपकी अनुपस्थिति मुझे अखरती रही। मुख्य अतिथि के संक्षिप्त भाषण तथा प्रधानाचार्य महोदय के धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यक्रम की समाप्ति हुई। शेष कुशल है। माताजी तथा भैया-भाभी को सादर प्रणाम।
आपका पुत्र
शरद
▪︎नगर में बिजली संकट पर समाचार-पत्र के संपादक को पत्र लिखें।
सेवा में,
श्रीमान संपादक महोदय,
मेरठ।
विषय : नगर में व्याप्त बिजली की अनियमितता
मान्यवर,
मैं आपके लोकप्रिय दैनिक समाचारपत्र के माध्यम से अपने नगर में बिजली की अनियमितता की ओर विद्युत विभाग का ध्यान आकर्षित कराना चाहता हूँ। यहाँ नित्यप्रति बिजली की आँख-मिचौनी बनी रहती है। कई बार पूरा दिन या पूरी रात यहाँ के निवासियों को बिजली के अभाव में बेचैनी से बितानी पड़ती है। साथ ही सड़कों पर फैले अंधकार से निरंतर दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। इसके अलावा बच्चों की पढ़ाई तथा कारखानों एवं संस्थानों का कार्य भी सुचारु रूप से नहीं हो पाता। प्रार्थना पत्र का इस विभाग पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता।अतः आपसे विनम्र प्रार्थना है कि आप इस पत्र को अपने समाचारपत्र में प्रकाशित करने के साथ-साथ इस विषय पर अपने संपादकीय में भी लिखें।
8 अगस्त, 2012
प्रार्थी
संजय सिन्हा
मस्जिद के पास,
मेरठ