13. आइंस्टीन का प्रकाश विद्युत समीकरण लिखिए देहली आवृत्ति और निरोधी
विभव के पद को व्यक्त कीजिए
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प्रकाश-विद्युत प्रभाव के सम्बन्ध में 'निरोधी विभव' और 'देहली आवृत्ति' पदों की परिभाषा लिखिए। आइंस्टीन समीकरण का उपयोग करके इन भौतिक राशियों का निर्धारण किस प्रकार किया जाता है?
Solution :
निरोधी विभव -आपतित विकिरण की एक निश्चित आवृत्ति के लिए पट्टिका पर दिया गया निम्नतम ऋण (मंदक) विभव
जिस पर प्रकाशिक धारा शून्य हो जाती है, अंतक (cut-off) अथवा निरोधी विभव कहलाता है। इस स्थिति में
<br> देहली आवृत्ति - वह न्यूनतम आवृत्ति
जिससे कम आवृत्ति का फोटोन इलेक्ट्रॉन को उत्सर्जित करने में सक्षम नहीं होता है, उसे देहली आवृत्ति कहते हैं। इसको
से प्रदर्शित करते हैं। <br> आइंस्टीन समीकरण से <br>
<br> दी गई आवृत्ति के लिए
का मान ज्ञात किया जा सकता है। <br> निरोधी विभव,
<br> देहली आवृत्ति
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