Science, asked by bittukumarpandey700, 3 months ago

13. लोहे को जंग से बचाने के किन्हीं दो उपायों को लिखें।


14. बेंजीन और साइक्लोहेक्सेन की संरचना लिखें।​

Answers

Answered by Princessprincu
0

Answer:

चूँकि ऑक्सीजन तथा पानी दोनों के संपर्क में ही आने से लोहे में जंग लगता है अत: लोहे से बने सामानों किसी एक अर्थात पानी या ऑक्सीजन या दोनों के संपर्क में आने से रोक देने पर लोहे को जंग से बचाया जा सकता है। लोहे से बने सामानों पर पेंट की एक या दो परत चढ़ा देने से उसे जंग से बचाया जा सकता है।

बेंज़ीन या धूपेन्य एक हाइड्रोकार्बन है जिसका अणुसूत्र C6H6 है। बेंजीन का अणु ६ कार्बन परमाणुओं से बना होता है जो एक छल्ले की तरह जुड़े होते हैं तथा प्रत्येक कार्बन परमाणु से एक हाइड्रोजन परमाणु जुड़ा होता है।

बेंजीन के विभिन्न प्रकार के निरूपण

साँचा:Chembox LambdaMaxसाँचा:Chembox MagSusसाँचा:Chembox DeltaHcसाँचा:Chembox HeatCapacity

Benzene

Skeletal formula detail of benzene

Benzene ball-and-stick model

बेंजीन अणु

आईयूपीएसी नाम बेंजीन (Benzene)

अन्य नाम Benzol, Phene, Phenyl hydride

पहचान आइडेन्टिफायर्स

सी.ए.एस संख्या [71-43-2][CAS]

पबकैम 241

EC संख्या 200-753-7

केईजीजी C01407

रासा.ई.बी.आई 16716

RTECS number CY1400000

SMILES

InChI

कैमस्पाइडर आई.डी 236

गुण

रासायनिक सूत्र C6H6

मोलर द्रव्यमान 78.11 g mol−1

दिखावट Colorless liquid

गंध Aromatic, gasoline-like

घनत्व 0.8765(20) g/cm3[1]

गलनांक

5.53 °C, 279 K, 42 °F

क्वथनांक

80.1 °C, 353 K, 176 °F

जल में घुलनशीलता 1.53 g/L (0 °C)

1.81 g/L (9 °C)

1.79 g/L (15 °C)[2][3][4]

1.84 g/L (30 °C)

2.26 g/L (61 °C)

3.94 g/L (100 °C)

21.7 g/kg (200 °C, 6.5 MPa)

17.8 g/kg (200 °C, 40 MPa)[5]

घुलनशीलता Soluble in alcohol, CHCl3, CCl4, diethyl ether, acetone, acetic acid[5]

ethanediol में घुलनशीलता 5.83 g/100 g (20 °C)

6.61 g/100 g (40 °C)

7.61 g/100 g (60 °C)[5]

ethanol में घुलनशीलता 20 °C, solution in water:

1.2 mL/L (20% v/v)[7]

acetone में घुलनशीलता 20 °C, solution in water:

7.69 mL/L (38.46% v/v)

49.4 mL/L (62.5% v/v)[7]

diethylene glycol में घुलनशीलता 52 g/100 g (20 °C)[5]

log P 2.13

वाष्प दबाव 12.7 kPa (25 °C)

24.4 kPa (40 °C)

181 kPa (100 °C)[6]

रिफ्रेक्टिव इंडेक्स (nD) 1.5011 (20 °C)

1.4948 (30 °C)[5]

श्यानता 0.7528 cP (10 °C)

0.6076 cP (25 °C)

0.4965 cP (40 °C)

0.3075 cP (80 °C)

ढांचा

आण्विक आकार Trigonal planar

Dipole moment 0 D

Thermochemistry

फॉर्मेशन की मानक

एन्थाल्पीΔfHo298 48.7 kJ/mol

मानक मोलीय

एन्ट्रॉपी So298 173.26 J/mol·K[6]

खतरा

EU वर्गीकरण साँचा:Hazchem F साँचा:Hazchem T

Carc. Cat. 1

Muta. Cat. 2

Main hazards potential occupational carcinogen, flammable

NFPA 704

NFPA 704.svg320

R-फ्रेसेज़ साँचा:R45, साँचा:R46, R11, साँचा:R16, R36/38,साँचा:R48/23/24/25, साँचा:R65

S-फ्रेसेज़ साँचा:S53, S45

Explosive limits 1.2–7.8%

यू.एस अनुज्ञेय

अवस्थिति सीमा (पी.ई.एल) TWA 1 ppm, ST 5 ppm[8]

एलडी५० 930 mg/kg (rat, oral)

जहां दिया है वहां के अलावा,

ये आंकड़े पदार्थ की मानक स्थिति (२५ °से, १०० कि.पा के अनुसार हैं।

ज्ञानसन्दूक के संदर्भ

बेंजीन, पेट्रोलियम (क्रूड ऑयल) में प्राकृतिक रूप से पाया जाता है। कोयले के शुष्क आसवन से अलकतरा तथा अलकतरे के प्रभाजी आसवन (fractional distillation) से बेंजीन बड़ी मात्रा में तैयार होता है। प्रदीपन गैस से प्राप्त तेल से फैराडे ने 1825 ई॰ में सर्वप्रथम इसे प्राप्त किया था। मिटशरले ने 1834 ई॰ में बेंज़ोइक अम्ल से इसे प्राप्त किया और इसका नाम बेंजीन रखा। अलकतरे में इसकी उपस्थिति का पता पहले पहल 1845 ई॰ में हॉफमैन (Hoffmann) ने लगाया था। जर्मनी में बेंजीन को 'बेंज़ोल' कहते हैं।

बेंजीन रंगहीन, मीठी गन्थ वाला, अत्यन्त ज्वलनशील द्रव है। इसका उपयोग एथिलबेंजीन्न और क्यूमीन (cumene) आदि भारी मात्रा में उत्पादित रसायनों के निर्माण में होता है। चूँकि बेंजीन का ऑक्टेन संख्या अधिक होती है, इसलिये पेट्रोल में कुछ प्रतिशत तक यह मिलाया गया होता है। यह कैंसरजन है जिसके कारण इसका गैर-औद्योगिक उपयोग कम ही होता है।

Answered by snehasahil2019
0

Answer:

putting grease on the iron rod and primer

Similar questions