13. निम्नलिखित शब्दों में से रूढ, यौगिक तथा योगरूढ़ शब्द छाँटकर
लिखिए।
चतुर्भुज
रात
रेलगाड़ी
पंचानन
बैल
नीलकंठ
देशभक्ति
राष्ट्रभक्ति
सुखी
व्यायामशाला
समानार्थी
पीताबंर
कल
दशानन्।
Answers
Answer:
रूढ़ शब्द - जिन शब्दो के खण्ड सार्थक न हो, उन्हें रूढ़ शब्द कहते हैं। जैसे - रात, बैल , कल आदि ।
यौगिक शब्द - ऐसे शब्द, जो दो शब्दों के मेल से बनते हैं और जिनके खण्ड सार्थक होते हैं , यौगिक शब्द कहलाते हैं। दो या दो से अधिक रूढ़ शब्दों के योग से यौगिक शब्द बनते हैं। जैसे - रेलगाड़ी , देशभक्ति, राष्ट्रभक्ति , सुखी , व्यायामशाला , समानअर्थी , आदि। यहां प्रत्येक शब्द के दो खण्ड हैं और दोनो खण्ड सार्थक हैं।
योगरूढ़ शब्द ः- ऐसे शब्द जो यौगिक तो होते हैं , पर अर्थ के विचार से अपने सामान्य अर्थ को छोड़कर किसी परम्परा से विशेष अर्थ के परिचायक हैं , जैसे - चतुर्भुज , पंचानन , नीलकण्ठ , पीताम्बर , दशानन् आदि।
Answer:
रचना की दृष्टि से शब्दों के तीन रूप है – रूढ़ शब्द , योगिक शब्द ,योगरूढ़ शब्द।
रूढ़ शब्द – जो शब्द किसी अन्य शब्दों के योग से ना बने हो और किसी विशेष अर्थ को प्रकट करते हो जिन के टुकड़े नहीं किए जा सकते वह रूढ कहलाते हैं। जैसे – कल , घर , दिन , घोड़ा आदि इनके खंड किए जाने पर कोई शब्द का अर्थ नहीं निकलता अतः यह रूढ़ शब्द है।
योगिक शब्द – जो शब्द कई सार्थक शब्दों के मेल से बने हुए योगिक शब्द कहलाते हैं। जैसे – देवालय – देवा+लय , राजपुरुष राज+पुरुष , देवदूत देव+दूत आदि। यह सभी शब्द दो सार्थक शब्दों के मेल से बना है। योगिक शब्द जिन शब्दों के मेल से बनते हैं उन्हें अलग करने पर भी उनके अर्थ प्रकट होते हैं।
जैसे देव – देवता , आलय – घर , हिम – बर्फ , आलय – घर।
योगरूढ़ शब्द – वे शब्द होते हैं जो योगिक होते हैं किंतु सामान्य अर्थ को ना प्रकट कर किसी विशेष अर्थ को प्रकट करते हैं ऐसे शब्द योगरूढ़ कहलाते हैं। जैसे पंकज , दशानन आदि पंकज पंक+ज =कीचड़ में उत्पन्न होने वाला। सामान्य अर्थ में प्रचलित ना होकर कमल के अर्थ में रूढ़ हो गया है अतः पंकज शब्द योगरूढ़ है