13. दिए गए गद्यांशो को पढ़कर प्रश्नों के उत्तर लिखिए-
मैनें बचपन में पढ़ा था कि जिन स्वतंत्रता को अंग्रेज सरकार अपने शासन के लिए
सबसे खतरनाक समझती, उन्हें भारत की मुख्य भूमि से हजारों किलोमीटर दूर कालापानी
अर्थात् अंडमान-निकोबार द्वीप में भेज देती थीं। मेरे मन में बार-बार एक अभिलाषा जगती
उस मिट्टी के दर्शन कर उसको नमन करें जिसे बलिदनियों ने अपने रक्त से सींचा था।
संयोग से कुछ वर्ष पूर्व मुझे अंडमान जाने का सुयोग मिला तो मुझे लगा, मेरी अभिलाषा
पूरी होने को है। सचमुच बच्चों का-सा उत्साह मेरे मन में उमड़ पड़ा और तुरंत यात्रा
की व्यवस्था कर डाली।
रेलगाड़ी द्वारा दिल्ली से कोलकाता पहुँचने के बाद मैंने वायुमार्ग से यात्रा
करने का निर्णय लिया। पौ फटने ही विमान में अपने स्थान पर खिड़की के समीप बैठ गया।
हमारे विमान ने आकाश की ओर उड़ान भरी। लगभग पड़े। ये ही अंडमान-निकोबार द्वीप
समूह थे। इन द्वीपों मे सदाबहार घने वन और वनस्पति मिलकर नीचे सागर पर हरे गलीचे
की सजावट का दृश्य पैदा कर रहे थे। द्वीपों की ऊँची-ऊँची सुंदर गलीचे को और भी
चित्रात्मक रूप दे रहे थे।
क) लेखक ने बचपन में क्या पढ़ा था?
ख) लेखक के मन में अंडमान-निकोबार द्वीप समूह देखने का विचार क्यों आया?
ग) जब अंडमान जाने का अवसर मिला तो लेखक को किस प्रकार की अनुभूति हुई?
घ) लेखक ने विमान से नीचे झाँकने पर क्या देखा?
ड.) 'अभिलाषा' शब्द से समानार्थी शब्द लिखें?
च) इस गद्यांश का उचित शीर्षक दीजिए।
मौखिक
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यतदगाह9य्य्ज्व्दिग्यीद्गिदिग्द्गिधिक्फिब्दिब्फ्ह्फिफ्gxdidguxgidohfohfgidgidgidhidihdigdgidohhofphohfohfohjfo
Explanation:
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