13; विपत्तियों के बीच अपना मार्ग बना लेने की क्षमता कब उत्पन्न होती है?
Answers
Answered by
3
Answer:
उसके हृदय में विपत्तियों को ठोकर मारकर अपना मार्ग बना लेने की वीरता उत्पन्न हो जाती है। मन की भाँति ही शरीर की दृढ़ता शारीरिक श्रम के द्वारा आती है। शारीरिक परिश्रम उसके शरीर को बलिष्ठ बनाता है। विपत्तियों में तप कर दृढ़ हुए शरीर की भाँति परिश्रम की अग्नि में तप कर शरीर का लौह इस्पात बन जाता है
Similar questions