14. "हमारे हरि हारिल की लकरी" पंक्ति के माध्यम से कवि ने गोपियों के किस मनोभाव की अभिव्यक्ति की है ? *
Answers
Answered by
3
Answer:
हमारे हरि हारिल की लकरी पंक्ति के माध्यम से कवि ने गोपियों के कृष्ण के प्रति स्नेह प्रकट किया है. हारिल एक तरीके का पक्षी है जो अपने संग लकड़ी को हमेशा रखता है वह उस लकड़ी को कभी नहीं छोड़ता चाहे वह कितना भी ऊपर उड़ रहा हो. उसी प्रकार गोपियां श्री कृष्ण को हारिल की लकड़ी के समान समझती है. जिसे वह कभी नहीं छोड़ना चाहती अपने आप से दूर नहीं करना चाहती.
Similar questions