(15)
(अथवा)
(OR)
) साबुन एवं अपमार्जक में अंतर लिखिए।
रबर के वल्कनीकरण में सल्फर का क्या कार्य है?
Answers
Explanation:
उत्तर :- साबुन और अपमार्जक में निम्नलिखित अंतर है । (1) यह वसीय अम्लों के सोडियम तथा पोटेशियम लवण है । (2) यह कठोर जल के साथ आसानी से झाग नहीं देता । (3)इसमें कम आद्रता गुण होता है
वल्कनीकरण की प्रक्रिया में सल्फर मिलाने से रबड़ को बेहतर मजबूती, लोच और स्थायित्व मिलता है। प्राकृतिक रबर अपनी प्राकृतिक अवस्था में च्युइंग गम या प्ले-डो की तरह होता है। जब बढ़ाया जाता है, तो यह वापस नहीं फैलता है। जब रबर संपीड़ित होता है, तो यह एक डेंट ले जाएगा।
Answer:
साबुन और अपमार्जक में अंतर
साबुन
1. यह कठोर जल से कपड़े धोने के लिये उपयुक्त नहीं है, क्योंकि Ca++ तथा Mg++ आयन इससे संयोग करके सफेद व चिकना अवक्षेप बनाते हैं।
2. इसमें कम आर्द्रता गुण होता है।
3. इसकी अधिकता नदियों में जाकर किसी प्रकार का प्रदूषण नहीं करती, क्योंकि ये जैव निम्नकरणीय पदार्थ है।
4. इन्हें बनाने के लिये कच्चा पदार्थ पेट्रोलियम से प्राप्त होते हैं।
अपमार्जक
1. यह कठोर जल से कपड़े धोने के काम आता है, क्योंकि अपमार्जक कठोर जल में उपस्थित Ca++ तथा Mg++ आयनों के साथ कोई अविलेय अवक्षेप नहीं बनाते हैं।
2. साबुन की अपेक्षा इसमें अधिक आर्द्रता गुण पाया जाता है।
3. इसकी अधिकता नदियों में जाकर प्रदूषण करती है, क्योंकि ये जैव निम्नकरणीय नहीं है।
4. इन्हें बनाने के लिये कच्चा माल वनस्पति तेल होता है।
Explanation: