16. मनुष्य के शरीर में मूत्र का उत्पादन कहाँ और कैसे होता है, विस्तार से समझाइये?
Answers
Explanation:
मूत्रवाहिनियां वे नलियां होती हैं, जो मूत्र को वृक्क से मूत्राशय में लेकर जाती हैं। यहां मूत्र जमा होता है। मूत्राशय बड़ा होता है और हमारे शौचालय जाने तक मूत्र को जमा कर के रखता है। मूत्रमार्ग (Urethra) कहलाने वाली नली, जो मूत्राशय से जुड़ी होती है, से मूत्र मानव शरीर से बाहर निकलता है
Answer:
मानव शरीर में मूत्र निर्माण के लिए मुख्य अंग होता है और यही किडनी है।
नेफ्रॉन गुर्दे की एक संरचनात्मक और कार्यात्मक इकाई है।
मूत्र गठन 3 मुख्य चरणों में होता है
1. ग्लोमेरुलर निस्पंदन
2. चुनिंदा पुनर्संयोजन
3. स्राव
1.ग्लोमेरुलर निपंदन = चरणों में, रक्त अभिवाही धमनी के माध्यम से गुर्दे के अंदर आता है । यहाँ रक्त का निस्पंदन होता है और पानी, रक्त और छोटे अणुओं को फ़िल्टर किया जाता है। और शेष बड़े अणुओं को ग्लोमेरुलस में संग्रहित किया जाता है।
2चुनिंदा पुनर्संयोजन =.दूसरे में अमीनो एसिड, नमक जैसे चयनित और उपयोगी अणु हैं। इस प्रक्रिया में समीपस्थ-डिस्टल ट्यूब्यूल और हेनल्स लूप मदद करते हैं। इन क्रियाओं के लिए ऊर्जा की आवश्यकता होती है।
3. स्राव =. मूत्र निर्माण स्राव के तीसरे चरण में, डिस्टल कन्वेक्टेड ट्यूब्यूल हेल्प करता है। और अन्य जहरीले अणु जैसे कुछ नाइट्रोजनयुक्त अपशिष्ट और पोटेशियम आयन मूत्र में मिलाया जाता है और अपशिष्ट पदार्थ यानी मूत्र पित्त मूत्राशय में जमा हो जाता है। पित्ताशय की थैली विभिन्न प्रकार की मांसपेशियों से बनती है, जो मूत्र के उत्सर्जन के लिए तंत्रिका तंत्र को संकेत भेजती हैं।