16.न्यूटन के तीसरे नियम के अनुसार हर क्रिया की एक बराबार तथा विपरीत प्रतिक्रिया
होती है। मनुष्य समाज में यदि कोई किसी को मारता है तो उसे फांसी होती है। प्रकृति के
नियम भी इसी तरह कार्य करते हैं। तो यदि कोई किसी पशु को मारता है तो उसके साथ
क्या होगा? (गीता 14.16
क.कुछ भी नहीं होगा ,क्योकि जानवरों में प्राण नहीं होते।
ख.जानवरों को मारना पाप है।
घ. उपर्युक्त सभी।
ग. मृत जानवर की आत्मा को ऐसा शरीर मिलेगा जिस से वह अपने हत्यारे को मार सकेगा।
Answers
गीता 14.16 में श्री कृष्ण कहते हैं कि पुण्यकर्मो का फल शुद्ध और अच्छा होता हैै। लेकिन रजोगुण में सम्पन्न कर्म का फल दुख होता है और गलत परिणाम आते हैं।
मानव समाज में यदि कोई किसी मनुष्य का वध कर दे, तो उसे प्राणदण्ड मिलता है। यह राज्य का नियम है। अज्ञान वश लोग परमेश्र्वर द्वारा नियन्त्रित राज्य का अनुभव नही कर पाते। हर जीवित प्राणी परमेश्र्वर की सन्तान है, एक चींटी तक का मरना गलत है। इसके लिए मनुष्य को दण्ड अवश्यभोगना पड़ता है। अत: स्वाद के लिए पशु वध करना घोर अज्ञान है। पशु-वधिक यह नहीं जानते कि भविष्य में इस पशु को ऐसा शारीर प्राप्त होगा, जिससे वह उनका वध करेगा।
अत: कथन (ग) गीता (14.16) के अनुसार सही हैं। मृत जानवर की आत्मा को ऐसा शरीर मिलेगा, जिस से वह अपने हत्यारे को मार सकेगा।
#Learn more:
Read more at https://brainly.in/question/605706
#Learn more:
Read more at https://brainly.in/question/13040523