16)/ दिये गये चित्र में A और B के बीच तुल्य प्रतिरोध की गणना कीजिए।
20
50
WW
AWWW
32
B
40
C
Answers
Answer:
बहुत से विद्युत या इलेक्ट्रॉनिक घटकों या अवयवों को जोड़कर विद्युत परिपथ बनते हैं। परिपथों में घटक दो प्रकार से जोड़े जा सकते हैं: श्रेणीक्रम और समानांतरक्रम में। जिस परिपथ में सभी घटक श्रेणीक्रम में जुड़े हों, उसे श्रेणी परिपथ और जिस परिपथ में सभी घटक समानांतर क्रम में जुड़े हों उसे समानांतर परिपथ कहा जा सकता है। श्रेणी परिपथ में हरेक घटक से समान धारा प्रवाहित होती है[1][2], जबकि समानांतर परिपथ में हरेक घटक पर समान वोल्टता उपलब्ध होती है।[3] श्रेणी परिपथों में प्रत्येक घटक का कार्यरत रहना आवश्यक है, अन्यथा परिपथ टूट जायेगा। समांतर परिपथों में कोई भी घटक खराब होने पर भी शेष घटक कार्य करते रहेंगे, किन्तु किसी भी घटक को शॉर्ट सर्किट होने पर पूरा परिपथ शॉर्ट-सर्किट हो सकता है।
यदि किसी परिपथ में किसी स्थान पर १० ओम के प्रतिरोध की आवश्यकता है किन्तु वह उपलब्ध नहीं है किन्तु ५-५ ओम के दो प्रतिरोध सुलभ हैं तो इनको श्रेणीक्रम में जोड़कर लगाया जाड़ सकता है। इसी प्रकार यदि २०-२० ओम के दो प्रतिरोध उपलब्ध होने पर उन्हें समान्तरक्रम में जोड़ देने से १० ओम का तुल्य प्रतिरोध प्राप्त हो जाता है। डेढ़-दो वोल्ट सहन कर सकने वाले सैकड़ों बल्बों को श्रेणीक्रम में जोड़कर २३० वोल्ट से घरेलू बिजली से उनको जगमगाया जाता है। कहीं पर २४ वोल्ट की जरूरत हो तो १२ वोल्ट वाली दो बैटरियों को श्रेणीक्रम में जोड़कर २४ वोल्ट प्राप्त किया जा सकता है। परिपथों में भिन्न प्रकार के अवयव भी श्रेणीक्रम या समान्तरक्रम में जुड़े हो सकते हैं उदाहरण के लिये डायोड की रक्षा के लिये उसके श्रेणीक्रम में उपयुक्त मान का फ्यूज लगा दिया जाता है; या पंखे को चालू/बंद करने के लिये उसके श्रेणीक्रम में एक स्विच डाला जाता है। इसी तरह किसी विद्युत-अपघट्टीय संधारित्र में उल्टी दिशा में वोल्टता न लग जाये इसके लिये उसके समान्तरक्रम में एक डायोड (उचित पोलैरिटी में) डाल दिया जाता है। किसी स्थान पर २ अम्पीयर धारा वहन कर सकने वाला डायोड लगाना हो तो १ एम्पीयर धारा वहन कर सकने वाले दो डायोड समान्तरक्रम में लगा देने से भी काम चल सकता है।
Electrical circuits are formed by connecting many electrical or electronic components or components . Components in circuits can be combined in two ways: hierarchy and parallel order . The circuit in which all the components are connected in series can be called the series circuit and the circuit in which all the components are connected in parallel order can be called parallel circuit. In the series circuit, the same current flows through each component [1] [2] , while the parallel circuit has the same voltage across each component. [3]Each component in the series circuits must operate, otherwise the circuit will break. In parallel circuits, the remaining components will continue to operate even if any component is defective, but the entire circuit may be short-circuited if any component is short-circuited.
If a resistance of 10 ohms is required at some place in a circuit but it is not available but two resistors of 5–5 ohms are accessible, then they can be added by connecting them in series. Similarly, if two resistors of 20-20 Ohms are available, by adding them in parallel, the equivalent resistance of 10 Ohms is obtained. Hundreds of bulbs that can bear one and a half to two volts are added to the series and they are illuminated with 230 volts of domestic electricity. If 24 volts are needed somewhere, 24 volts can be obtained by connecting two 12 volt batteries in series. Different types of components in circuits can also be connected in series or in parallel, for example diodesIn order to protect, a suitable value is fused in its hierarchy ; Or a switch is inserted in its hierarchy to turn the fan on / off . In the same way, a diode (in proper polarity) is inserted in an electrolytic capacitor so that it does not have voltage in the reverse direction. If a diode that can carry 2 ampere current can be installed at some place, then putting two diodes that can carry 1 ampere current in parallel can also work.
Answer:
i think the que is incomplete