17] लक्ष्मण रेखा के दास तटों तक ही जाकर फिर जाते हैं वर्जित समुद्र में नाव लिए स्वाधीन वीर ही जाते हैं। आजादी है अधिकार खोज की नई राह पर आने का आजादी है अधिकार नए द्वीपों का पता लगाने का रोटी उसको, जिसका अनाज, जिसकी जमीन, जिसका श्रम है अब कौन उलट सकता स्वतंत्रता का सुप्रसिद्ध सीधा क्रम है। आजादी है अधिकार परिश्रम का पुनीत फल पाने का आजादी है अधिकार शोषणों की धज्जियाँ उड़ाने का।
प्रश्न- 1. "लक्ष्मण रेखा के दास' कौन लोग हैं?
2. आजादी किसका अधिकार है?
3. आजादी हमें क्या अधिकार देती हैं?
4. स्वतंत्रता का सुप्रसिद्ध व सीधा क्रम क्या है?
5. प्रस्तुत काव्यांश में कवि क्या प्रेरणा दे रहा है?
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constitution is a set of basic law
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(क) इस काव्यांश में कवि मनुष्य को निरंतर आगे बढ़ने की प्रेरणा दे रहा है। (ख) कवि ने जीवन को युद्ध के समान बताया है। वह जीवन रूपी युद्ध में लड़ने वाले सैनिकों से हर हाल में विजय प्राप्त करने का आहवान करता है अर्थात् जीवन की विषम परिस्थितियों में भी हार नहीं माननी चाहिए।
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