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(क) स्वयं कविता रच लेने का आत्मविश्वास लेखक के मन में कैसे पैदा हुआ? 'जूझ'
कहानी के आधार पर लिखिए।
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¿ स्वयं कविता रच लेने का आत्मविश्वास लेखक के मन में कैसे पैदा हुआ?' जूझ' कहानी के आधार पर लिखिए।
✎... ‘जूझ’ इस कहानी में लेखक की पाठशाला में उसके मराठी के अध्यापक सौंदलगेकर थे। वह एक अच्छे कवि और वक्ता थे। उनका कविता पढ़ाने का तरीका अद्भुत था। लेखक जब भी उनके मुख से कविता सुनता तो उसे बेहद आनंद आता। धीरे-धीरे लेखक की कविता में रूचि बढ़ने लगी और उसके मन में स्वयं कविता रचने की भावना जागृत हुई।
लेखक नें पहले दूसरों की कविताओं को दूसरे रूप में गाना आरंभ किया। इस तरह उसके अंदर आत्मविश्वास जगा। जब वह कविता पाठन में निपुण हो जाता है, तब वह स्वयं की कविता रचना आरंभ करने लगता है। धीरे-धीरे अभ्यास करते करते वह एक अच्छा कवि बन जाता है और उसके मन के अंदर का डर निकल जाता है। लेखक को कविता रचने का आत्मविश्वास अपने मराठी के अध्यापक सौंदलगेकर की बातों से ही प्राप्त हुआ था।
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