Social Sciences, asked by subrata293, 1 year ago

1805 में अंग्रेज अफ़सर बेंजमिन हाइन ने बंगलोर में बनने वाली चीजों की एक सूची बनाई थी, जिसमेंनिम्नलिखित उत्पाद भी शामिल थे: अलग-अलग किस्म और नाम वाले जनाना कपड़े। मोटी छींटमख़मल रेशमी कपड़े बताइए कि बीसवीं सदी के प्रारंभिक दशकों में इनमें से कौन-कौन से किस्म के कपड़े प्रयोग से बाहर चले गए होंगे, और क्यों?

Answers

Answered by nikitasingh79
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उत्तर :  

बीसवीं शताब्दी के आरंभ में मलमल का प्रयोग बंद हो गया होगा। इसका कारण यह है कि इस वक्त तक इंग्लैंड के फैक्ट्रियों में बना सूती कपड़ा भारत के बाजारों में आने लगा था । सूती  कपड़ा दिखने में सुंदर , हल्का तथा सस्ता था। अतः भारतीयों ने मलमल के स्थान पर इस कपड़े का प्रयोग करना आरंभ कर दिया था।

आशा है कि यह उत्तर में मदद करेगा।।।

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Answered by Anonymous
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Explanation:

1805 में अंग्रेज अफ़सर बेंजमिन हाइन ने बंगलोर में बनने वाली चीजों की एक सूची बनाई थी, जिसमेंनिम्नलिखित उत्पाद भी शामिल थे: अलग-अलग किस्म और नाम वाले जनाना कपड़े। मोटी छींटमख़मल रेशमी कपड़े बताइए कि

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