1857 ई. की कान्ति के परिणाम लिखिए।
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Answer:
1857 की क्रांति के परिणाम निम्नलिखित हैं-
कंपनी शासन का अंत-
1600 ई. में ईस्ट इंडिया कंपनी की स्थापना की गई थी तथा अब तक हर बार 20 वर्ष बाद चार्टर एक्ट द्वारा उसकी अवधि में वृद्धि होती रही। विद्रोह का महत्त्वपूर्ण परिणाम यह निकला कि 2 अगस्त,1858 को ब्रिटिश संसद ने एक अधिनियम पारित कर भारत में कंपनी शासन का अंत कर दिया तथा ब्रिटिश भारत का प्रशासन ब्रिटिश ताज ने ग्रहण कर लिया।
बोर्ड ऑफ कंट्रोल तथा बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स समाप्त कर दिये गये। इनके स्थान पर भारत सचिव और उसकी सहायता के लिए 15 सदस्यों की एक इंडिया कौंसिल बनायी गयी। कंपनी द्वारा भारत में किये गये सभी समझौतों को मान्यता प्रदान की गई। इस अधिनियम के द्वारा गवर्नर-जनरल को ब्रिटिश भारत में गवर्नर-जनरल के नाम से तथा देशी राज्यों से संबंध स्थापित करते समय उसे वायसराय के नाम से पुकारने की व्यवस्था की गई। इस प्रकार विद्रोह के फलस्वरूप जो परिवर्तन किया गया, उससे नये युग का सूत्रपात हुआ।
1857 ई. की कान्ति के परिणाम निम्नलिखित है |
शासन सीधे तौर पर ब्रिटिश क्राउन के हाथो मे आ गया |
राज्य-हरण की नीति को ख़त्म किया गया |
विश्वविद्यालयों की स्थापना की गई
Explanation:
पूर्वी भारत कंपनी का शासन समाप्त हो गया और अब 1 नवंबर 1958 को महारानी उद्घोषणा" के बाद प्रशासन की जिम्मेदारी सीधे ब्रिटिश क्राउन के हाथों में चली गई। राज्य-हरण की नीति (डॉक्ट्रिन ऑफ लैप्स) का अंत हो गया और अब भारतीय राज्यों के शासक जिनके पास कोई उत्तराधिकारी था, को अब उत्तराधिकारी अपनाने की अनुमति दी गई थी। भारतीयों के आपराधिक कानूनों को सुधारने के लिए और विश्वविद्यालयों की स्थापना की गई थी। प्रशासन की पोर्टफोलियो प्रणाली भी शुरू की गई थी।