1919 के अधिनियम के अन्तर्गत साम्प्रदायिक निर्वाचन प्रणाली का विस्तार किन-किन समुदायों तक किया गया?
Answers
इस अधिनियम के अनुसार, केंद्रीय एवं प्रांतीय विधान ... विधान परिषदों में गैर- सरकारी बहुमत स्थापित किया गया। ... स्थानीय निकायों से निर्वाचन परिषद का गठन होता था।
1919 के अधिनियम के अंतर्गत सांप्रदायिक निर्वाचन प्रणाली का विस्तार मुस्लिमों, सिक्खों, एंग्लो इंडियन, यूरोपियन और भारतीय ईसाई तथा जमीदार एवं व्यापार मंडल तक किया गया था।
Explanation:
1919 का अधिनियम प्रांतों के क्षेत्र में उत्तरदायी शासन की दिशा में सुधार करने हेतु बनाया गया था। इस अधिनियम में केंद्र व प्रांतों के विधान मंडलों के विस्तार के साथ-साथ उनमें सुधार का भी प्रयास किया गया था।
1919 के भारतीय शासन अधिनियम के अंतर्गत यह प्रावधान रखे गए थे कि भारत ब्रिटिश साम्राज्य का हिस्सा बना रहेगा और लेकिन प्रशासन में भारतीयों की भूमिका बढ़ाई जाएगी। अंग्रेजों की नीति यह रहेगी कि वह भारत में उत्तरदायी शासन की स्थापना करें। इसके साथ ही स्वशासन की संस्थाओं का भी विकास किया जाएगा। यह सारे कार्य धीरे धीरे-धीरे एक एवं क्रमिक ढंग से होंगे और इनकी प्रगति के विषय में सारा निर्णय ब्रिटेन की संसद ही लेगी। प्रांतीय मामलों में प्रांत की सरकारों को केंद्रीय सरकार के नियंत्रण से मुक्त रखने का भी प्रयास किया जाएगा।