1925 में अधिकारों की घोषणा किस रूप में की गयी ?
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1925 में एनी बीसेंट द्वारा तैयार किए गए भारत के राष्ट्रमंडल विधेयक में सात मूल अधिकारों की विशेष रूप से मांग की गई थी - व्यक्तिगत स्वतंत्रता, विवेक की स्वतंत्रता, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, एकत्र होने की स्वतंत्रता, लिंग के आधार पर भेद-भाव न करने, अनिवार्य प्राथमिक शिक्षा और सार्वजनिक स्थलों के उपयोग की स्वतंत्रता।
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1925 में अधिकारों की घोषणा द कॉमन वैल्थ ऑफ इंडिया बिल के रूप में की गई।
- ऐनी बेसेंट द्वारा 1925 में तैयार किए गए भारत के राष्ट्रीय मंडल विधेयक ने सात मूल अधिकारों की विशेष रूप से मांग की गई थी।
- वे सात मूल अधिकार है - विवेक की स्वतंत्रता, व्यक्तिगत स्वतंत्रता, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, एकत्र होने की स्वतंत्रता , लिंग के आधार पर भेद न करने की स्वतंत्रता, अनिवार्य प्राथमिक शिक्षा और सार्वजनिक स्थलों के उपयोग की स्वतंत्रता।
- भारत के राष्ट्रमंडल विधेयक 1925 को पहली बार 1924 , अप्रैल में राष्ट्रीय सम्मेलन द्वारा भारतीय राष्ट्रवादी आंदोलन के संदर्भ में तैयार किया गया था। तेज बहादुर सप्रू इसके अध्यक्ष थे। उनके साथ 256 सदस्य शामिल थे जिनमें से अधिकांश विधायक व पूर्व विधायक थे।कुछ होम रूल लीग , 1921 क्लब तथा भारत महिला संघ के प्रतिनिधि थे।
- कई संशोधनों के बाद इस पर अप्रैल 1925 में राष्ट्रीय सम्मेलन द्वारा विचार किया गया।
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