Social Sciences, asked by Ritvikskr867, 6 months ago

1930 तक आते 2 नातसी को लोकप्र यता मिलने लगी । क्यो।

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Answered by aditya23kasare
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Answer:

1930 तक आते-आते जर्मनी में नात्सीवाद को लोकप्रियता निम्नलिखित कारणों से मिलने लगी :  

(क) वाइमर गणराज्य की असफलता :

हिटलर के उत्थान से पूर्व जर्मनी पर वाइमर गणराज्य का शासन था। इसके शासनकाल में देश में कीमतें आसमान को छूने लगी और बेरोजगारी बढ़ गई । सेना में भी असंतोष फैला हुआ था । फलस्वरूप जनता का इससे मोह भंग हो गया और हिटलर के नेतृत्व में नाज़ीवाद का उत्कर्ष हुआ।  

(ख) राजतंत्र के समर्थकों का योगदान :  

जर्मनी में राजतंत्र  के पतन के बादद अनेक शक्तिशाली राजतंत्र समर्थक लोग थे। इनमें बड़े-बड़े उद्योगपति , जमीदारा तथा सैनिक अधिकारी सम्मिलित थे , जिन्होंने हिटलर का समर्थन किया।

(ग) युद्धों का गुणगान :  

हिटलर ने ‘मेरा संघर्ष’ नामक पुस्तक लिखी  जिसमें उसने महान नेता द्वारा शासन चलाने , युद्धों तथा उग्र राष्ट्रीयता का गुणगान किया।  जर्मनी के अनेक लोगों को ये विचार प्रिय लगे।  

(घ) बेरोज़गारी :  

1929 के  आर्थिक संकट के कारण जर्मनी के लगभग 60 लाख लोग बेघर हो गए । हिटलर ने इन सब लोगों को रोज़गार दिलाने का आश्वासन देकर अपने पक्ष में कर लिया।

(ड़) अन्य पार्टियों में एकता का अभाव :  

जर्मनी की अन्य पार्टियों में एकता का अभाव था। इस बात से भी नाज़ीवाद के उत्कर्ष को बल मिला।  

(च) हिटलर का प्रभावशाली व्यक्तित्व :  

हिटलर असाधारण तथा प्रभावशाली व्यक्तित्व का स्वामी था। उसमें नेता बनने के सभी गुण थे। वह प्रभावशाली तथा उच्च कोटि का वक्ता था। उसके भाषण बहुत जोशीले होते थे। लोगों का उस पर अंधविश्वास हो गया था। वे उससे दैवी शक्ति समझने लगे। इसमें नात्सी दल के प्रचार तथा प्रसार में काफी सहायता मिली।

(छ) साम्यवाद का प्रसार  :  

प्रथम महायुद्ध के पश्चात जर्मनी में साम्यवाद तीव्र गति से फैलने लगा। साम्यवादी पुरातन जर्मन प्रथाओं का आदर नहीं करते थे । वह अंतरराष्ट्रीयता का प्रचार करते थे । अतः जर्मनी के नेताओं को जर्मन राष्ट्रीयता के समाप्त होने का भय दिखाई देने लगा। उन्हें संदेह हो गया कि साम्यवादी जर्मनी को रूस का दास बना देंगे । हिटलर साम्यवाद का घोर शत्रु तथा पक्का राष्ट्रवादी नेता था । उसने जर्मन जनता के सम्मुख साम्यवाद के भय को बढ़ा चढ़ा कर रखा । अपने प्रभावशाली प्रचार द्वारा हिटलर ने सामान्य जनता के दिलों में भी साम्यवाद का डर बैठा दिया। इस प्रकार हिटलर को जर्मन जनता का बहुमूल्य सहयोग प्राप्त हुआ।

आशा है कि उत्तर आपकी मदद करेगा।।।

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