1973 में मलेरिया के कारण मरने वाले लोगों की संख्या कितनी थी
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भारत में हर साल मलेरिया की बीमारी के चलते दो लाख से ज्यादा मौतें होती हैं. विश्व स्वाथ्य संगठन के मुताबिक पहले जारी किए गए उसके आकंड़े गलत थे. तब कहा गया कि हर साल मलेरिया 15,000 भारतीयों की जान लेता है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के मुताबिक नए शोध में पता चला है कि भारत में मलेरिया से मरने वालों की संख्या पहले बताई गई संख्या से 13 गुना ज्यादा है. पहले कहा गया था कि भारत में हर साल मलेरिया से 15,000 मौतें होती हैं. 5,000 बच्चे और 10,000 वयस्क इसके चलते दम तोड़ते हैं.
विज्ञान | 15.10.2010
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अब कहा जा रहा है कि हर साल 2,05,000 मौतें मलेरिया से होती हैं. इस घातक बीमारी की मार सबसे ज्यादा बच्चों पर पड़ती है. 55,000 बच्चे जन्म के कुछ ही सालों के भीतर काल के मुंह में समा जाते हैं. 30 हजार बच्चे पांच से 14 साल के बीच मलेरिया से दम तोड़ते हैं. 15 से 69 साल की उम्र के 1,20,000 लोग भी इस बेहरम बीमारी से बच नहीं पाते हैं.
लेकिन अब डब्ल्यूएचओ का कहना है कि उसके 6,671 फील्ड वर्करों में गहन ढंग से पड़ताल की है. इसमें पता चला है कि भारत में हर साल मलेरिया दो लाख लोगों की जान लेता है. शोध में सवा लाख से ज्यादा लोगों से बात की गई.
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2.7million people were killed