Political Science, asked by laxmimehraji, 26 days ago

1988 के पश्चात भारत के चीन से संबंधों का अलोचनात्मक विश्लेषण कीजिए।​

Answers

Answered by 67277
0

1988 के पश्चात भारत के चीन से संबंधों का अलोचनात्मक विश्लेषण कीजिए।

Attachments:
Answered by tushargupta0691
0

Answer:

1988 में, भारतीय प्रधान मंत्री राजीव गांधी ने द्विपक्षीय संबंधों के सामान्यीकरण की प्रक्रिया शुरू करते हुए, चीन का दौरा किया। दोनों पक्षों ने "लुक फॉरवर्ड" के लिए सहमति व्यक्त की और सीमा के प्रश्न के पारस्परिक रूप से स्वीकार्य समाधान की मांग करते हुए अन्य क्षेत्रों में सक्रिय रूप से द्विपक्षीय संबंधों को विकसित किया।

1991 में, चीन के सर्वोच्च नेता ली पेंग ने भारत का दौरा किया। 1992 में, भारतीय राष्ट्रपति आर वेंकटरमन ने चीन का दौरा किया। सितम्बर 1993 में तत्‍कालीन पीएम पीवी नरसिम्‍हा राव चीन गए। इस यात्रा में सीमा शांति समझौता  पर हस्ताक्षर हुए।

अगस्‍त 1995 में दोनों देश ईस्‍टर्न सेक्‍टर में सुमदोरोंग चू घाटी से सेना पीछे हटाने को राजी हुए।

मई 1998 में भारत के दूसरे परमाणु परीक्षण का भी चीन ने विरोध किया। अगस्‍त 1998 में ही लद्दाख-कैलाश मानसरोवर रूट खोलने पर आधिकारिक रूप से बातचीत शुरू हुई। जब करगिल युद्ध हुआ तो चीन ने किसी का साथ नहीं दिया। युद्ध खत्‍म होने पर चीन ने भारत से दलाई लामा की गतिविधियां रोकने को कहा ताकि द्विपक्षीय संबंध सुधरें। नवम्बर 1999 में सीमा विवाद सुलझाने को भारत-चीन के बीच दिल्‍ली में बैठकें हुईं।

जनवरी 2002 में चीनी राष्‍ट्रपति झू रोंगजी भारत आए। 2003 में, भारतीय प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने चीन का दौरा किया। दोनों पक्षों ने चीन-भारत संबंधों में सिद्धांतों और व्यापक सहयोग पर घोषणा पर हस्ताक्षर किए, और भारत -चीन सीमा प्रश्न पर विशेष प्रतिनिधि बैठक तंत्र स्थापित करने पर सहमत हुए।

अप्रैल 2005 में तत्‍कालीन चीनी राष्‍ट्रपति वेन जियाबाओ बैंगलोर आए। 2006 में नाथू ला दर्रा खोला गया जो कि 1962 के युद्ध के बाद से बन्द था।

जनवरी 2009 को मनमोहन चीन पहुंचे। दोनों देशों के बीच व्‍यापार ने 50 बिलियन डॉलर का आंकड़ा पार किया। नवंबर 2010 में चीन ने जम्‍मू-कश्‍मीर के लोगों के लिए स्‍टेपल्‍ड वीजा जारी करने शुरू किए।

अप्रैल 2013 में चीनी सैनिक LAC पार कर पूर्वी लद्दाख में करीब 19 किलोमीटर घुस आए। भारतीय सेना ने उन्‍हें खदेड़ा।

जून 2017 में भारत को शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन (SCO) का पूर्ण सदस्‍य बनाया गया। मोदी ने जिनपिंग से मुलाकात की और इसके लिए उनका धन्‍यवाद किया। 2018-19 में राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने वुहान, चीन और महाबलीपुरम, भारत में भारतीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के साथ एक अनौपचारिक बैठक की।

#SPJ3

Similar questions