Music, asked by manjusoniskt, 3 months ago

19वीं शताब्दी में भारत में हुए सामाजिक धार्मिक आंदोलनों को समझाइए​

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Answered by jaivirsingh150
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Answer:

19वीं शताब्दी में हुए आंदोलन विशुद्ध धार्मिक आन्दान नहीं थे बल्कि ये सामाजिक-धार्मिक बांदोलन थे। बंगाल के राममोहन राय, मारण्य के गोपाल हरि देशमुख (लोकहितवादी) और आंध के विरेशलिंगम् जैसे सुधारकों ने धार्मिक सुधारों की बकालत “राजनैतिक फायदों और सामाजिक सुख” के लिए की थी।

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