Hindi, asked by satendravacmat, 3 months ago

(1x4 = 4)
प्राचीन काल में जनक महाराज विदेह में राज्य करते थे। मिथिला विदेह की राजधानी
थी। मिथिला नगरी में राजमहल के आस-पास कोई एक हजार सन्यासियों की
पर्णकुटियाँ थी। मिथिला के सिंहासन पर बैठने पर भी महाराज जनक को फकीरी का
शौक था। कहा जाता है कि महाराजा जनक ज्ञानी थे। वे इस तरह राज-काज चलाते
थे-
मानो स्वयं परमात्मा के विनयशील सेवक हैं। सुबह से सायं तक सारे राज्य का
प्रबन्ध करते, शत्रुओं का पता करते, अपराधी को दण्ड देते, लोक कल्याण के उपाय
करते और इतना सब कुछ करने पर भी वे किसी सांसारिक कार्य में लिप्त नहीं होते थे।
इसलिए लोग उनको विदेह जनक कहते थे।​

Answers

Answered by Anonymous
0

Answer:

multiply

Explanation:

Answered by dineshjdj58
0

Answer:

why so serious!! ?? !! ?? !!

Similar questions