2
4.
3. री-रि-क्र अंतर
र' व्यंजन है- (यर
का उच्चारण एक जैसा कि
| की चुनौती। क्यों,
किया जाता है, जबकि र
रि,री और ऋसे आ
रि-
संज्ञा और सर्वनाम
आशय स्पष्ट काजिए
होते हैं-1. गुणवा
गुणवाचक
दगा-फ़रेब से पाया गया दरजा बेकार है और कमज़ोर मुकाबले की जीत में भी वह मज़ा नहीं, जो मजबूत
वे गुणवाच
प्रतिद्वंद्वी के सामने पिछड़ जाने में है।
समझिए
व्याकरण संबोध
वेप
1. अनेक शब्दों के लिए एक शब्द लिखिए-
i.
ii. संख्यावा
कहलाते
ii. परिमा
iv. सा
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Answer:
‘र’ के विभिन्न रूप
‘र’ एक व्यंजन वर्ण है। उच्चारण की दृष्टि से यह लुंठित व्यंजन ध्वनि है।
हिंदी भाषा में ‘र’ के विभिन्न रूपों का प्रयोग होता है। कहीं पर ‘र’ का प्रयोग स्वर रहित होता है तो कहीं पर स्वर सहित।
जिसमें ‘अ’ की ध्वनि हो वह स्वर सहित (क, च, ट, त, प) जिसमें ‘अ’ की ध्वनि न हो वह स्वर रहित (क्, च्, ट्, त्, प्)
‘र’ के विभिन्न रूप - र, रा, रु, रू, र्र, क्र, ट्र, ह्र
Explanation:
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