2. अंग्रेजों से हार के बाद पेशवा कितने रुपए सालाना पंशन पर कानपर के निकट बिठूर में रहना पड़ा
(A) 10 लाख
(B)11 लाख
(C) 8 लाख
(D) 9लाख
Answers
सही विकल्प होगा...
✔ (C) 8 लाख
स्पष्टीकरण ⦂
अंग्रेजों से हार के बाद पेशवा बाजीराव द्वितीय को 8 लाख सालाना पेंशन पर कानपुर के निकट बिठूर में रहना पड़ा। जहां 1853 में पेशवा की अंग्रेजों की कैद में मृत्यु हो गई।
पेशवा बाजीराव द्वितीय मराठा साम्राज्य का अंतिम पेशवा था। उसने अंग्रेजों के साथ समझौता करते मराठा साम्राज्य में पेशवा पद प्राप्त किया था, लेकिन बाद में उसकी अंग्रेजों से ही ठन गई और अंग्रेजों से युद्ध में उसकी सेना को हार का सामना करना पड़ा। बाजीराव 1818 में अंग्रेजों के सामने आत्मसमर्पण करना। पड़ा उसके बाद अंग्रेजों ने पेशवा पद को समाप्त कर दिया और बाजीराव दितीय को बंदी बनाकर कानपुर के निकट बिठूर में भेज दिया। जहाँ पर उसे 8 लाख सालाना पेंशन मिलती थी। बाजीराव द्वितीय की वहीं पर 1853 में मृत्यु हो गयी। इसके साथ ही मराठा साम्राज्य का अतंं हो गया।
Answer:
अंग्रेजों से हार के बाद पेशवा 8 लाख रुपए सालाना पंशन पर कानपर के निकट बिठूर में रहना पड़ा
Explanation:
पुणे में रहने वाले पेशवाओं के पास पारिवारिक संपत्ति नहीं है। ब्रिटिश काल के दौरान, अंग्रेजों ने दूसरे बाजीराव की सारी संपत्ति और हथियारों को जब्त कर लिया और उन्हें उत्तर प्रदेश के बिठूर भेज दिया। वहां उन्हें हर साल 80 हजार पाउंड की पेंशन दी जाती थी।
उनके जाने के बाद अंग्रेजों ने इसे भी बंद कर दिया। इसके बाद पेशवा का दल 1800 के आसपास वाराणसी चला गया। ये लोग वहां कुछ युगों तक रहे। वैसे भी, तीन साल पहले यह पुणे लौट आया। आज पेशवाओं के दोनों गुटों को पेंशन के तौर पर करीब 15 हजार रुपये लगातार मिलते हैं।