2: आपको इन पद्यांश में कौन सी दो पंक्तियाँ सबसे अच्छी लगी, उन्हें लिखिए और उनका भाव अपने शब्दों में लिखिए-
Answers
प्रश्न में कोई दो पंक्तियां नही दी गईं है, लेकिन छात्रों के सुविधा के लिये एक पद्यांश की दो पंक्तियों का भावार्थ प्रस्तुत है...
आज सभ्यता वहशी बन,
पेड़ो को काट रही है।
✎... कवि का इन दों पंक्तियों के माध्यम से कहने का तात्पर्य है कि आज मनुष्य वहशी बन गया है और आज का सभ्य कहलाने वाला मनुष्य पेड़ों को, वनों को अंधाधुध काट रहा है। जिससे संसार की हरियाली नष्ट होती जा रही है, इसका दुष्परिणाम यह हो रहा है कि आज हरियाली और पेड़ों के हवा में अभाव में चारों तरफ वायुमंडल का संतुलन बिगड़ गया है। प्रदूषण की भरमार हो गई है। हमारी प्यारी धरती वृक्षों से रहित होती जा रही है। वृक्षों को काटने में मनुष्य ने वहशीपन की सारी हदें पार कर दी हैं और वह अपने स्वार्थ के लिए पेड़ों को अंधाधुध काटे ही जा रहा है।
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